प्रदेश का सबसे बडा जमीन घोटाला: 297 लोगो को नोटिस

शिवपुरी। प्रदेश के सबसे बडा जमीन घोटाले के रूप में कु यात हो चुका बैराढ नगर का कालामढ का जमीन घोटाले मे अब परते उखडने शुरू हो गई है। इस जमीन घोटाले में एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी और कई अधिकारियों पर ईओडब्लू ने अपनी जांच मे एफआईआर का आदेश के बाद तीन सैकडो लोगो को ओर नोटिस जारी किए है।

ईओडब्ल्यू निरीक्षक एसएस मुमताज द्वारा जारी नोटिस में फर्जी पट्टा कांड से जुडे सभी लोगों को 17 अगस्त को पोहरी रेस्टहाउस आकर अपने भवन संबंधी दस्तावेज मांगे हैं, जबकि उक्त प्रकरण में तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार, पटवारी तथा अन्य राजस्व अधिकारियों को ग्वालियर स्थित ईओडब्ल्यू ऑफिस में तलब किया गया है।

विदित हो बैराढ नगर जब नगर पंचायत नही थी ग्राम पंचायत थी तब कालामढ बैराढ ग्राम पंचायत में आता था यह की सरपंच सचिब ने मिलकर लगभग 50 हैक्टयर चरनोई भूमि को अवैध पट्टे कर करोडो रूपए में बेच दिया था।

कालामढ पंचायत में फर्जी तरीके से पट्टों का वितरण किए जाने की शिकायत पूर्व में नरेंद्र श्रीवास्तव, लक्ष्मण व्यास आदि नेताओं द्वारा ईओडब्ल्यू को की गई थी जिस पर काफ ी समय से जांच की जा रही थी।

कालामढ पंचायत नवीन बस्ती में हुए फर्जी पट्टा वितरण कांड की शिकायत के बाद ईओडब्ल्यू द्वारा की गई जांच के बाद जांच निरीक्षक एसएस मुमताज ने कालामढ पंचायत में भवन निर्माण करने वाले 297 लोगों को नोटिस जारी किए हैं।

जारी नोटिस में सर्व संबंधितों से 17 अगस्त को पोहरी रेस्ट हाऊस में आकर कालाम? पंचायत की नवीन बस्ती में बनाए गए अपने भवन संबंधी दस्तावेजए रजिस्ट्रीए पट्टा आदि कागजात लेकर विवेचना अधिकारी के समक्ष उपस्थित होने की बात कही गई है।

चिंता में 297 परिवारए अधिकारी भी सकते में
कालामढ पंचायत के पट्टा घोटाले में ईओडब्ल्यू द्वारा जिन लोगों को नोटिस जारी किए गए हैं वह सभी 297 परिवार चिंता में डूब गए हैं। क्योंकि नोटिस में ईओडब्ल्यू निरीक्षण अधिकारी ने लोगों से जमीन तथा पट्टा संबंधी सभी दस्तावेज मांगे गए हैं, जिनके माध्यम से उन्हें पट्टे की भूमि जारी की गई थी। ईओडब्ल्यू की जांच के घेरे में आए तत्कालीन एसडीएम, तहसीलदार तथा पटवारी भी सकते में हैं, जिन्हें ईओडब्ल्यू द्वारा ग्वालियर स्थित ईओडब्ल्यू ऑफि स में तलब किया गया है।