11 मौतों के बाद चेता प्रशासन, अब हुआ रेस्क्यू टीम के समान का टेंडऱ

शिवपुरी। इस मानसून में जिले में अभी तक पानी में डुबने से 11 लोगो की मौत हो चुकी है। इन मौतो के बाद प्रशासन की नीद खुली और बाढ़ और आपदा से निपटने के लिए बचाव कार्य की समाग्री खरीदने के टेंडऱ निकाले गए है।

कलेक्टर कार्यालय से 10 अगस्त को जारी किए गए टेंडर कॉल किए गए हैं जिसमें पंजीकृत ठेकेदारों से 20 अगस्त तक बंद लिफाफे में सूची अनुसार सामग्री की रेट मंगाई गई है।

अब 20 अगस्त के बाद ही यह सामग्री क्रय हो पाएगी। बाढ़ राहत सामग्री के लिए वर्षा ऋतु का आधा समय निकलने के बाद प्रशासन द्वारा देर से टेंडर निकाले जाने पर सवाल उठ रहे हैं।

जिले में आपदा आने पर जिला प्रशासन के पास स्वयं के संसाधन नहीं हैं। तेज बारिश होनेए बाढ़ या डूब प्रभावित क्षेत्रों में मदद पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन को उधारी के सामान से काम चलाना पड़ रहा है।

जब भी किसी क्षेत्र में बाढ़ आ जाए या जल भराव की स्थिति निर्मित हो जाए तो प्रशासन को इस आपदा से निपटने के लिए सीआरपीएफए आईटीबीपी ए जल संसाधन विभाग की मदद लेनी पड़ती है। इस तरह से दूसरे विभागों पर जो सामान है उससे प्रशासन को काम चलाना पड़ रहा है।

कागजों में ही चल रहे हैं कंट्रोल रूम
बारिश के इस दौर में जिला प्रशासन ने आम लोगों की मदद के लिए कंट्रोल रूम स्थापित करने की घोषणा की थी जिसमेें जिला मु यालय पर कलेक्टोरेट कार्यालय में भू.अभिलेख कार्यालय में और नगर पालिका कार्यालय में कंट्रोल रूम बनाने की बात का प्रेसनोट जारी कर कही थी।

हकीकत यह है कि यह कंट्रोल रूम कागजों में ही चल रहे हैं। शनिवार को करबला के पास जब पुरानी शिवपुरी निवासी सलमान नामक युवक पानी में बह गया तो इस युवक के पानी में बह जाने की सूचना देने के लिए कई अधिकारियों को फ ोन लगाए गए इसके बाद भी समय पर कोई मदद नहीं मिल सकी।