शिव की नगरी में धूमधाम से मना गुरूपर्णिमा

शिवपुरी। आज गुरू पूर्णिमा पर्व बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जा रहा है। शहरभर में स्थित आश्रमों और मंदिरों पर आज सुबह से ही भारी भीड़ नजर आई जहां शिष्य अपने गुरूओं का आशीर्वाद लेने पहुंचे वहीं आश्रमों पर भण्डारे के आयोजन भी किये जा रहे हैं।

मंदिरों पर भी प्रसाद का वितरण भक्तों द्वारा किया गया और धार्मिक आयोजन किये गये। रात्रि में बालाजीधाम मंदिर पर जयपुर से आये कलाकारों द्वारा भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।

सुबह 9 बजे से राजेश्वरी मंदिर से एक शोभा यात्रा निकाली गई जो शहर के विभिन्न मार्गों से होती हुई बालाजीधाम मंदिर पहुंची।

अनुसुइया आश्रम पर भण्डारा जारी
छत्री के पास परमहंस सती अनुसुइया आश्रम पर प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी भण्डारे का आयोजन किया जा रहा है। भण्डारा दोपहर 2 बजे से प्रारंभ हुआ जो देर रात्रि तक चलेगा।

यह आयोजन आश्रम के महंत महाराज स्वामी चंद्रमानंद जी द्वारा बाबा श्यामसुंदरदास की देखरेख में किया जा रहा है।

परमहंस सती अनुसुइया आश्रम सत्संग समिति के सदस्यों सहित डॉ. एमके शिवहरे, राजेन्द्र सिंह परमार ग्वालियर वाले, सुभाष खण्डेलवाल,पूरन गुप्ता, एमके शर्मा, रिंकू शिवहरे, अशोक गुप्ता, अमरसिंह तोमर, आशा ठाकुर, बालेश्वर तिवारी, रामप्रसाद चंदेल, अशोक चौरसिया सहित अनेक भक्तों ने शहरवासियों से भण्डारे का प्रसाद ग्रहण करने का अनुरोध किया है।

विश्व आध्यात्मिक संस्थान द्वारा मनाई गई गुरूपूर्णिमा
विश्व आध्यात्मिक संस्थान द्वारा स्थानीय मध्यदेशीय अग्रवाल धर्मशाला में गुरूपूर्णिमा बड़े उत्साह के साथ मनाई गई। जिसमें अनेक कार्यक्रम आयोजित किये गये।

संस्थान द्वारा दो दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन भण्डारे के साथ गुरू चरणों की आरती की गई। वहीं कल दूसरे दिन अवतार मेहेर प्रेम दिवस मनाया जाएगा। जहां आध्यात्मिक गुरू डॉ. रघुवीर सिंह गौर अपने शिष्यों को संदेश देंगे।

खेड़ापति मंदिर पर रात्रि में आयोजित होगी भजन संध्या
गुरूपूर्णिमा के पावन अवसर पर झांसी रोड पर स्थित प्राचीन खेड़ापति हनुमान मंदिर पर गुरूपूर्णिमा का पर्व बड़ी धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ धार्मिक आयोजनों के बीच मनाया गया।

आज सुबह 8 बजे से मंदिर के मंहत लक्ष्मणदास त्यागी द्वारा हनुमान जी का विशेष श्रृंगार और पूजा की जा रही है जो रात्रि तक चलेगी। वहीं रात्रि भजन संध्या का आयोजन भी आयोजन समिति द्वारा किया जायेगा।