स्वास्थ्य विभाग ने ली 4 बच्चों की मौत की जिम्मेदारी

शिवपुरी। जिले के खनियाधाना विकासखंड की बामौरकलां ग्राम पंचायत के आदिवासी मोहल्ला कंचनपुरा में एक सप्ताह में हुई चार बच्चों की मौत के मामले को स्वास्थ्य विभाग ने जिम्मेदारी ली है और कहा कि इन बच्चो को पोलियो वेक्सीन की दवा टिकारण नही हुआ है।

बच्चों की मौत की हकीकत जानने बुधवार को सीएमएचओ डॉ.एसके भदकारिया, डीआईओ संजय  ऋषिश्वर,खनियांधाना बीएमओ साकेत सक्सेना, बामौरकलां प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉ.अमित पांडे सहित आंगनबडी, आशा तथा स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की 15 सदस्यीय टीम आदिवासी बस्ती कंचनपुरा पहुंची और बीमार बच्चों तथा महिलाओं का उपचार किया गया। गंभीर रूप से बीमार सात बच्चों को खनियांधाना तथा शिवपुरी एनआरसी में भर्ती करने के लिए रैफर किया गया है।

गौरतलब है कि आदिवासी बस्ती कंचनपुरा में एक सप्ताह की भीतर हुई चार बच्चों की मौत को उनके परिजन खसरा होना मानकर चल रहे थे। जबकि गुरुवार को मौके पर पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा की गई जांच में गांव में पोलियो वैक्सीन दवा नहीं पिलाए जाने तथा टीकाकरण न होने से मीजल्स, कुपोषण तथा मौसमी बीमारियों से बच्चों की मौत का होना स्वीकार किया।

मौके पर पहुंची स्वास्थ्य टीम द्वारा घर.घर जाकर महिलाओं तथा बच्चों की जांच की जिसमें चार गर्भवती महिलाओं को टीके लगाए गए तथा 13 बच्चों को दवा पिलाई गई। साथ ही गंभीर रूप से बीमार 18 अन्य रोगयों का इलाज किया गया।

कुपोषण के शिकार सात बच्चे एनआरसी के लिए रैफर
कंचनपुरा आदिवासी बस्ती पहुंची स्वास्थ्य भाग की टीम के सदस्यों ने बताया कि गांव के अधिकांश बच्चे कुपोषण का शिकार हैं तथा उनकी संख्या में इजाफा हुआ है। जांच के बाद में गंभीर रूप से बीमार कृष्णपाल, पुत्र गोपाल आदिवासी, प्रभा पुत्री घनश्याम आदिवासी, अरविंद पुत्र बल्लू आदिवासी, अंजली पुत्री घनश्याम, खुमानो पुत्री कृपाल आदिवासी, मुलायम पुत्र लालसिंह आदिवासी तथा रेशमा पुत्री बसंता आदिवासी को एनआरसी में भर्ती कर उपचार के लिए खनियांगधाना तथा शिवपुरी रैफ र किया गया है।

इनका कहना है
मृत व चिंहित किए गए बच्चों को टीकाकरण नहीं किया गया। अभी तो पीडित मिले बच्चों का इलाज किया जा रहा है। इसके बाद लापरवाह कर्मचारियों को चिंहित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
संजय ऋषिश्वर
जिला टीकाकरण अधिकारी शिवपुरी