प्राथमिक स्कूल एवं आंगनवाडी केन्द्रों के बच्चों को 15 जुलाई से मिलेगा दूध

शिवपुरी। राज्य शासन के निर्देशानुसार शिवपुरी जिले के प्राथमिक विद्यालयों में पढऩे वाले एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में जीरो से तीन वर्ष तक के आने वाले बच्चों को 15 जुलाई से मध्यान्ह भोजन के रूप में दूध का वितरण किया जाएगा। उक्त आशय की जानकारी आज जिला कलेक्टर श्री राजीव दुबे ने 15 जुलाई से शुरू होने वाले दूध वितरण कार्यक्रम की तैयारियों एवं व्यवस्थाओ ंके संबंध में आयोजित बैठक में दी। जिलाधीश कार्यालय के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में अपर कलेक्टर श्री जेड.यू.शेख, जिला पंचायत के मु य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.मौर्य, महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी सुश्री ममता चतुर्वेदी, मध्यान्ह भोजन योजना प्रभारी श्रीमती कीनल त्रिपाठी सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

जिला कलेक्टर श्री राजीव दुबे ने बताया कि जिले में भी 15 जुलाई से स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले बच्चों को मध्यान्ह भोजन के तहत दूध का वितरण सप्ताह में सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को किया जाएगा। यह दूध वितरण हेतु मध्यप्रदेश सहकारी दूग्ध महासंघ द्वारा विकासखण्ड स्तर तक दूध के पाउडर के पैकेट भेजे जाएगें। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि 15 जुलाई से शुरू होने वाली इस महत्वकांक्षी योजना का शुभारंभ आंगनवाड़ी केन्द्रों एवं स्कूलों में समारोहपूवर्क आयोजित किया जाए। जिसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ पालक शिक्षक संघ, बच्चों के अभिभावकों को भी आमंत्रित किया जाए। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि 15 जुलाई के पूर्व सभी प्राथमिक स्कूलों एवं आंगनवाड़ी केन्द्रों में दूध पाउडर के पैकेट पहुंच जाए। दूध का निर्माण करते वक्त स्वच्छता का विशेष ध्यान रखा जाए।

मध्यान्ह भोजन प्रभारी श्रीमती कीनल त्रिपाठी ने बताया कि म.प्र. सहकारी दूग्ध महासंघ द्वारा 25 कि.लो. का एक बैंग तैयार किया गया है। जिसमें एक-एक किलों के 25 दूध पाउडर के पैकेट होंगे। बच्चों को दूध प्रदाय करने हेतु साढ़े नौ लीटर गुनगुने पानी में एक कि.लो. पाउडर घोलकर दूध तैयार किया जाएगा। प्राथमिक स्कूलों में यह दूध मध्यान्ह भोजन के साथ बच्चों को स्वसहायता समूहों के माध्यम से प्रदाय किया जाएगा। बैठक में सुश्री चतुर्वेदी ने बताया कि शहरी क्षेत्र के आंगनवाड़ी केन्द्रों पर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के माध्यम से और ग्रामीण आंगनवाड़ी केन्द्रों में सांझा चूल्हा समूहों के माध्यम से प्रदाय किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों के 1 लाख 2 हजार 967 बच्चों को और इसी प्रकार 2 हजार 317 प्राथमिक विद्यालयों के लगभग 75 हजार 714 बच्चे 100 मि.ली. दूध प्रदाय किया जाएगा।