आखिर क्यों नहीं हो रहे पोषण आहार वितरण केन्द्रों के टेण्डर

शिवपुरी-महिला बाल विकास विभाग शिवपुरी में बीती 09 माह पूर्व आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार वितरण  करने के लिए टेण्डर मांगें गए थे। लेकिन आज दिनांक तक ना तो टेण्डर खुले और ना ही टेण्डर प्रक्रिया को आगे बढ़ाया। जिससे यहां टेण्डर लेने वाले ठेकेदारों में निराशा व्याप्त है।

 जिन्होंने इस टेण्डर के लिए 75 हजार रूपये की राशि भी तत्समय डिपॉजिट की और लगभग 25 हजार रूपये में ड्रा ट भी बनवाया। बाबजूद इसके विभाग इस ओर कोई कार्यवाही नहीं कर रहा। थक-हारकर समूह व अन्य ठेकेदारों ने मिलकर इस टेण्डर प्रक्रिया को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए और मामले में जांच की मांग एक शिकायती आवेदन के माध्यम से कलेक्टर से की। 

गत दिवस कलेक्टर की गई शिकायत में इस बात का उल्लेख है कि महिला बाल विकास विभाग द्वार आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण आहार वितरण के लिए महिला मण्डल एवं स्वसहायता समूहों से बीती 17 सित बर 2014 को टेण्डर के आवेदन पत्र मांगे गए थे। जिस पर कई समूहों व मण्डल ने इस प्रक्रिया में शामिल होने के लिए आनन फानन में टेण्डर फार्म खरीद लिए और निर्धारित अवधि में जमा भी कर दिए। 

बाबजूद इसके आज 09 माह बीतने को है लेकिन यह टेण्डर प्रक्रिया नहीं खुल रही। सूत्रों की खबर है कि कहीं ना कहीं इस टेण्डर प्रक्रिया को अपने चहेतों के मंसूबे पूरा करने के लिए टेण्डर प्रक्रिया रोक रखी है हालांकि इसमें भ्रष्टाचार की भी बू आ रही है क्योंकि इतना लंबा समय होना और बाबजूद इसके टेण्डर फार्म देकर डिपॉजिट जमा करना व फार्म जमा करना कहीं ना कहीं इस टेण्डर प्रक्रिया पर सवाल खड़े करता है।

 आखिर ऐसा क्या है कि महिला बाल विकास द्वारा आज भी इस टेण्डर प्रक्रिया को पूरा नहीं किया जा रहा। इस संबंध में महिला मण्डल एवं स्व सहायता समूहों की सरोज, नारानी, गिरजा, शान्ति, बसंती व कविता ने बताया कि इस टेण्डर प्रक्रिया में एक-एक समूह व मण्डल ने 01 ला ा रूपये की राशि डिपॉजिट के तौर पर जबकि 25 हजार रूपये का ड्राफट बनवाने के नाम पर व्यय कर दिए लेकिन यह टेण्डर अब तक नहीं हुए। 

ऐसे में इन स्वसहायता समूहों की मांग है कि यदि इतनी बड़ी राशि जमा भी की है तो उसका ब्याज दिया जाए अन्यथा टेण्डर शीघ्र खोले जाए। इस संबंध में विभिन्न समूहों ने कलेक्टर को शिकायत कर उचित कार्यवाही की मांग व टेण्डर प्रक्रिया को शीघ्र पूर्ण किए जाने की गुहार लगाई है।