अब लो वनविभाग भी किसानों की जमीन पर कर रहा है अतिक्रमण

शिवपुरी। अभी तक आपने सुना होगा की सरकारी जमीन पर अतिक्रमण कर लिया,वन विभाग की जमीन पर खेती कर ली परन्तु अतिक्रमण और अवैध कब्जा करने की लिस्ट में शिवुपरी के वनविभाग का नाम भी जुड गया है विभाग ने लुधावली के किसानो की जमीन पर जबरियां अतिक्रमण कर रहा है ऐसा मामला प्रकाश में आया है।

वन विभाग शिवपुरी द्वारा शासन के नियमों की आड़ में जहंा लुधावली के मगरौरा की खाली पड़ी भूमि पर तार फेंसिंग कराने के लिए गढ्ढे खोद दिए गए तो वहीं इस तार फेंसिंग में एक भू-स्वामी की जमीन को भी बाउण्ड्री के अंदर किया जा रहा है। जब यह भनक भू-स्वामी को लगी तो वह मौके पर पहुंचे और वन विभाग के अमले से अपने स्वामित्व की भूमि को छोड़कर अन्य स्थान पर तार फेसिंग की बात कही।

लेकिन वन विभाग के अमले ने वरिष्ठ अधिकारियों का आदेश बताकर स्वामित्व की भूमि के चारों ओर बाउण्ड्री के आसपास गढ्ढे खोद दिए। वन विभाग की इस तरह स्वामित्व की भूमि को अपने कब्जे में लेने को लेकर भू-स्वामी ने वन विभाग के डीएफओ को शिकायत की। जिस पर डीएफओ ने मामले की जांच कर आगामी कार्यवाही की बात कही है।

जानकारी के अनुसार लुधावली के मगरौरा के हल्का नं.02 में भूमि सर्वे क्रमांक 56,57 के स्वामित्व किशन लाल, बनवारी लाल, बालकिशन और हरिराम पुत्रगण नेकसियाराम निवासी लुधावली है। बीते लंबे समय से यह लोग यहां अपनी खेती पर काम कर रहे थे लेकिन कुछ दिनों पूर्व वन विभाग ने इस भूमि को चारागाह के नाम पर तार फेसिंग के रूप में चारों ओर से बंद कर दी।

जिस पर भू-स्वामियों ने आपत्ति जताई और इस तरह स्वामित्व की भूमि पर तार फेसिंग होने की घटना का विरोध किया लेकिन मौके पर मौजूद वन अमले ने एक ना मानी और इस भूमि के चारों ओर बाउण्ड्री कर दी। इस पर भू-स्वामियों ने वन विभाग के डीएफओ को शिकायत की और अपने स्वामित्व की भूमि को अलग कर तार फेसिंग किए जाने की मांग की, जिस पर डीएफओ ने उचित कार्यवाही का आश्वासन भू-स्वामियों को दिया है।

यहां बताना होगा कि वन विभाग द्वारा इस भूमि के नजदीक चारागाह बनाकर लगभग 200बीघा में घास उगाया जाएगा इसके लिए यह भूमि वन विभाग ने अधिग्रहित की है लेकिन इस तरह अड़ंगेबाजी आने से अब वन विभाग की यह भूमि जांच का विषय है।