जल आन्दोलन: समिति की बैठक संपन्न, 21 वार्डों में वार्ड संयोजक नियुक्त

शिवपुरी. पेयजल समस्या को लेकर सोसायटी फॉर पब्लिक इंट्रेस्ट समाजसेवी संगठन के माध्यम से प्रारंभ किए गए जल आन्दोलन से शिवपुरी की जनता जुडऩा शुरू हो गई है। धरना एवं ज्ञापन देने के बाद लगातार जल आन्दोलन के कार्यकर्ताओं की बैठक जारी है। 

इसी संदर्भ में गत दिवस एक बैठक संपन्न हुई जिसमें शिवपुरी शहर के 39 वार्डों में से 21 वार्डों के वार्ड संयोजक नियुक्त किए गए है। बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी चन्द्रकांत समाधिया ने की जबकि संचालन भूपेन्द्र विकल एवं राकेश शर्मा ने संयुक्त रूप से किया। 

बैठक में जल आन्दोलन के सूत्रधार एवं जनहित याचिकाकर्ता एड.पीयूष शर्मा ने एजेंडे को जल आन्दोलन कार्यकर्ताओं के समक्ष रखा और इस बात पर जोर दिया कि सरकार में शामिल जनप्रतिनिधि जनता के समक्ष यह स्वीकार करने लगे है कि अब हम पेयजल समस्या के मामले में शांत नहीं बैठेंगें यह आन्दोलन करने वाले लोगों की परोक्ष रूप से जीत है जो यह साबित करती है कि सरकार के प्रतिनिधि इस आन्दोलन के प्रति सजग हो रहे है। 

बैठक में सर्वस मति से उन मीडियाकर्मियों के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया जो इस आन्दोलन के प्रति गंभीरता के साथ अपने समाचार पत्रों में खबरें प्रकाशित कर रहे है जिससे 65000 परिवारों में निवास करने वाले शिवपुरी शहर के 2.50 लाख लोगों तक आन्दोलन की आवाज पहुंचना शुरू हो गई है। 

वीर तात्याटोपे पार्क में गत दिवस जल आन्दोलन समिति के पूर्व निर्धारित 51 सदस्यीय लोगों की बैठक संपन्न हुई। इस बैठक में नए लोग भी शामिल हुए जो जल आन्दोलन के प्रति अपना विश्वास व्यक्त कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता चन्द्रकांत समाधिय ने की। 

सर्वप्रथम एड.पीयूष शर्मा ने बैठक में कहा कि हमने जो ज्ञापन जिला प्रशासन को 08 जून 2015 के दिन दिया था उसके प्रति किसी भी तरह का कोई पत्राचार जल आन्दोलन समिति से प्रशासन ने नहीं किया है और ना ही समाचार पत्रों के माध्यम से अपनी कार्यप्रणाली को जिला प्रशासन उजागर कर रहा है जो यह इंगित करता है कि हमें अहिंसात्मक रूप से इस आन्दोलन को गति देनी होगी। 

बैठक में समाजसेवी प्रमोद गर्ग ने कहा कि यह राजनैतिक दलों से ऊपर उठकर चलने वाला आन्देलन है जिसमें हमें तन-मन और धन से समर्पण का भाव रखना पड़ेगा। एड.अशरफ जाफरी साहब ने कहा कि हमें आन्दोलन को तीन तरीके से मॉनीटरिंग करने की आवश्यकता है  जिसके तहत मीटिंग, धरना प्रदर्शन के साथ-साथ प्रशासनिक कार्यवाहियों पर भी नजर रखना होगी। 

वीरेन्द्र भुल्ले ने कहा कि आन्दोलन की जो रणनीति प्रारंभिक चरण में शुरू हुई है उसके मुताबिक हमें चलना है और जो लोग इस आन्दोलन से जुड़ेंगें और उनके जो सुझाव आऐंगें उसके अनुसार हम अपनी रणनीति बनाते रहेंगें। समाजसेवी राजकुमार बंसल ने इस आन्दोलन को जनहित में मानते हुए कहा कि हमें अपने आन्दोलन में निरंतरता बनाए रखने की आवश्यकता है। 

मुकेश जैन पत्रकार ने कहा कि आन्दोलन के प्रति जनता में संदेश सतत जारी रखना आवश्यक है। बैठक के पूर्व जल आन्दोलन समिति के लोगों ने तात्याटोपे के चरणों में माल्यार्पण अर्पित किया और उसके बाद बैठक की कार्यवाही हुई। अगली बैठक गांधी पार्क के सामने तिकोनिया पार्क में आगामी रविवार के दिन सायं 6 बजे आयोजित होगी। वहां शेष बचे वार्ड संयोजकों की नियुक्ति की जाएगी।