बैराड़ पुलिस की लापरवाही से हुआ महिला का 18 दिन तक रेप

शिवपुरी। विगत 6 जून की शाम बैराड थाना क्षेत्र से महिला के अपहरण को अगर गंभीरता से लिया होता तो महिला का लगातार 18 दिन तक गैंगरेप ना हुआ होता, जैसी ही यह खबर मीडिया में आई और पुलिस से जानकारी मांगी गई तो पुलिस ने पारिवारिक विवाद बताया।

विदित हो कि इस माह की 6 जून को शिवपुरी से अपनी मां के साथ अपना ईलाज कराकर लौट रही एक महिला को उसके पति और ससुराालियों ने महिला का अपहरण कर लिया।

भागी-भागी मां इस घटना की जानकारी बैराड पुलिस को दी बैराड पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से न लेते हुए अपहत्त महिला की मां से आवेदन देने को कहा, महिला ने किसी तरह आवेदन दिया और मामले की जांच शुरू की गई।

मीडिया को बयान दिया जा रहा था कि विवाद पारिवारिक है अपहरण नही है परन्तु मीडिया ने खबर निकाल ली कि पति के घर ना जाने के कारण ससुराली एक जीप में भरकर महिला को उठा ले गए। उक्त महिला के अपहरण की खबरे प्रकाशित होने पर पुलिस सक्रीय हुई।

पुलिस ने इस मामले मे 14 जून को पति सहित 9 और अन्य रिश्तेदारो पर महिला के अपहरण का मामला दर्ज कर किया। बैराड पुलिस ने इस महिला को मुरैना के जंगलो से मुक्त कराया।

पुलिस ने इस मामले में मिडिया को बताया कि महिला को मुक्त कराने के लिए बैराड और मुरैना पलिस ने सयुक्त ऑपेरशन चलाया पति और अन्य अपहरण कर्ता इस भिंड बेचने की तैयारी कर रहे थे। पुलिस ने अभी तक इस मामले में एक भी आरोपी को गिर तार नही किया है

इस कांड में एक नया मोड आया जब महिला ने न्यायालय में बयान दिए कि उसके पति ने सामने खडे होकर जंगल में उसका गैंगरेप भी करवाया।

शुरू से ही इस पूरे काण्ड में पुलिस की सक्रियता पर सवाल खडे हो रहे है पुलिस इसे पारिवारिक विवाद न मान कर तत्काल कार्यवाही कर लेती तो यहां मामला उसी दिन ट्रेस हो जाता। तो महिला का गैगरेप नही होता। पुलिस द्वारा महिला का गैंगरेप न ट्रेस कर पाना पुलिस की कार्रवाही पर सवाल है।