अगर गांवो में पानी होगा तो विकास स्वत:ही हो जाऐगा: विधायक भारती

शिवपुरी। नदियों को संरक्षित एवं पुर्नजीवित करने मध्य प्रदेश जनअभियान परिषद के विकास खण्ड शिवपुरी अंतर्गत श्रमदान कार्यक्रम की शुरूआत शुक्रवार को ग्राम छार में रैपी नदी का गहरीकरण से की गई। यहां सुबह से ग्रामीण युवाओं ने गेंती फावड़े व तस्सल लेकर श्रमदान करना प्रारंभ किया।

इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पोहरी विधायक प्रहलाद भारती एवं विशिष्ठ अतिथि अतिरिक्त जिला पंचायत सीईओ एनएस नरवरिया एवं जिला समन्वयक धर्मेन्द्र सिंह सिसौदिया, ब्लॉक समन्वयक शिशुपाल सिंह जादौन सहित अन्य ग्रामीणजन मुख्य रूप से उपस्थित थे।

प्रदेश भर में नदियों को संरक्षित एवं पुर्नजीवित करने के लिए जनअभियान परिषद ने सभी विकास खण्ड में नदियों का चयन किया हैं। जिसमें शिवपुरी विकास खण्ड के अंतर्गत रैपी नदी जो कि सिंह निवास से निकलकर पवा  पहुंचती हैं। इस नदी का चयन किया गया हैं।

जिसमें विशेष रूप से ग्रामविकास प्रस्फुटन समिति छार एवं कोड़ावदा द्वारा जिलाधीश राजीवचन्द्र दुबे एवं जिला पंचायत सीईओ डीके मौर्य के मार्गदर्शन में नदी गहराई करण का कार्य किया जा रहा हैं।

अभियान के प्रथम चरण में छार एवं कोड़ावदा के मध्य प्राचीन शंकर जी के मंदिर पर चौपाल लगाकर विधायक प्रहलाद भारती ने जनभागीदारी के माध्यम से रैपी नदी को पुनजीर्वित करने आह्वान जिसमें उन्हों ने गांव में पानी होगा तो गांव का विकास स्वत: बढ़ता चला जाएगा।

उक्त कार्यक्रम में नवाकुंर संस्था, चंदौरिया शिक्षा प्रसार समिति का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में कोड़ावदा सरपंच लखन रावत, ठर्रा सरपंच नरेन्द्र वर्मा, बादाम सिंह रावत, चंदन सिंह धाकड़, वीरेन्द्र रावत, माधव सिंह जाटव, रमेश सैन, वीरेन्द्र शर्मा, अंकुर कुशवाह एवं बड़ी सं या में ग्राम विकास प्रस्फुट समिति के सदस्य एवं ग्रामीण उपस्थित थे।

नदी संरक्षण के साथ-साथ शंकर जी के मंदिर का भी होगा जीर्णधार
छार , कोड़ावाद गांव में एक जनभागीदारी की भवाना गांव में जनअभियान परिषद समिति ऐसी जागृत की हैं। जिसके नदी संरक्षण का काम तो जोरशोर से चल ही रहा हैं।

आज उसकी के साथ कार्यक्रम की शुभारंभ करने पहुंचे विधायक भारती ने अपनी विधायक निधि देकर मंदिर निर्माण कराने की बात क्या कहीं तो ग्रामीणों में एक अलग भावना जागृत हो गई जिसके उन्होंने एक घंटे के अंदर में दो लाख रूपए एकत्रित करके भव्य शंकर जी के मंदिर निर्माण जनभागीदारी से कराये जाने की बात कहीं।

नदी संरक्षण अभियान यह मुख्य स्वरूप
* नदी संरक्षण हेतु चयनित रैपी नदी की कुल ल बाई 45 कि.मी.
* यह अभियान 3 से 4 वर्ष पूर्ण होगा
* नदी का संरक्षण करने के लिए उस पर स्टॉप डेम, बोरी बंदान, गहरीकरण कराया जाएगा
* नदी के किनारे सघन वृक्षारोपण कराया जाएगा
* यह कार्य जनअभियान परिषद, शासन एवं ग्रामीणों के जनसहयोग से पूर्ण कराया जाएगा।