नये पुलिस अधीक्षक ने किया कार्यभार ग्रहण

शिवपुरी। डिंडोरी से स्थानांतरित किये गये फ्रेश आईपीएस अधिकारी मोह मद युसुफ कुर्रेशी ने कल निवर्तमान एसपी एमएल छारी से कार्यभार ग्रहण कर लिया है। एसपी के रूप में श्री कुर्रेशी की डिंडोरी के बाद यह दूसरी पदस्थापना है, हालांकि इसके पहले वह डबरा एसडीओपी और ग्वालियर के एड. एसपी के रूप में भी कार्य कर चुके हैं। कार्यभार ग्रहण करने के बाद इस संवाददाता से चर्चा करते हुए श्री कुर्रेशी ने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण और पुलिस की छबि सुधारने पर वह विशेष ध्यान देंगे। एसपी कुर्रेशी ने सिविल गाड़ी में बैठकर नगर का भ्रमण किया। 

मुरैना जिले के जौरा के निवासी एसपी मोह मद युसुफ कुर्रेशी 2010 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी हैं। 37 वर्षीय कुर्रेशी की पहली पदस्थापना अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भोपाल के रूप में 13 फरवरी 2012 से 13 सित बर 2012 तक हुई। इसके बाद वह 16 सित बर 2012 से 18 मई 2013 तक डबरा के एसडीओपी के रूप में पदस्थ रहे और तत्पश्चात उन्होंने 20 मई 2013 से 15 सित बर 2014 तक अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्वालियर का कार्यभार संभाला। एसपी के रूप में डिंडोरी में उनकी पहली पदस्थापना 18 सित बर 2014 को हुई। श्री कुर्रेशी 2010 के बाद शिवपुरी एसपी के रूप में पहले आईपीएस अधिकारी हैं। इस संवाददाता से चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि जब वह डबरा एसडीओपी थे तो शिवपुरी उनका आगमन हो चुका था। इसलिए यहां की परिस्थितियों की उन्हें जानकारी है और वह मु य रूप से पुलिस की छबि बदलना चाहते हैं। ताकि पुलिस और जनता के बीच के रिश्तों की बढ़ी हुई दूरी को कम किया जा सके। पुलिस जनता की मित्र बने यह उनका प्रयास रहेगा और दूरी को पाटने के लिए वह हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि इस दिशा में मीडिया की भूमिका भी महत्वपूर्ण है और वह चाहते हैं कि मीडिया पुलिस की सकारात्मक बातों को भी जनता के बीच लेकर आये। श्री कुर्रेशी ने कहा कि आमतौर पर शिकायत मिलती है कि पुलिस में भ्रष्टाचार है और पुलिस भले आदमियों की अपेक्षा गुण्डों को अधिक संरक्षण देती है इसलिए पुलिस की छबि बदलने पर वह मु य रूप से ध्यान केन्द्रित करेंगे ताकि आम नागरिक का जहां पुलिस पर विश्वास हो, वहीं गुण्डों और असामाजिक तत्वों में पुलिस का भय भी व्याप्त हो। उन्होंने कहा कि हेलमेट अभियान और यातायात व्यवस्था को सुधारने की दिशा में भी वह सक्रिय रहेंगे। जहां तक शहर में व्याप्त अतिक्रमण का सवाल है तो यह मुद्दा प्रशासनिक अधिक है, लेकिन उन्होंने माना कि अतिक्रमण के कारण शहर की यातायात व्यवस्था गड़बड़ाती अवश्य है इसलिए अतिक्रमण विरोधी अभियान में पुलिस प्रशासन को हर संभव सहयोग देने को तत्पर रहेगी। स्थानीय पुलिस अधिकारियों में क्या बदलाव होगा इस सवाल पर श्री कुर्रेशी ने कहा कि अभी तो वह अपने अधीनस्थों की कार्यप्रणाली पर नजर रखेंगे, लेकिन यह अवश्य तय है कि भ्रष्टाचार और निष्क्रियता बर्दाश्त नहीं होगी। वह प्रयास करेंगे कि थानों में जनता के बैठने और पीने की पानी की व्यवस्था भी की जाये।