क्यों ना इन 7 अस्पतालो का बंद कर देना चाहिए, 16 साल से नही यहां डॉक्टर

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शिवपुरी। पोहरी ग्रामीण क्षेत्र के लिए खोले पशुओं के लिए खोले अस्पताल को शासन को बंद कर देना चाहिए यहं केबल बिल्डिग़ें है और स्टाफ के नाम पर केवल चपरासी और डॉक्टरो की कुर्सीयां पिछले 16 साल से खाली है।

जानकारी के अनुसार पशु चिकित्सा विभाग के पोहरी ग्रामीण क्षेत्रों की डिस्पेंसरी चपरासी के भरोसे संचालित की जा रही हैं। सात डिस्पेंसरी में 16 साल से सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी के पद खाली हैं, जिन्हें पशु पालकों की मांग के बाद भी अभी तक नहीं भरा गया है। डिस्पेंसरी पर डॉक्टर नहीं होने से ग्रामीण पशुओं का इलाज नहीं करा पा रहे हैं।

इस क्षेत्र के ग्रामीणो  ने बताया कि मारौरा अहीर, छर्च, भटनावर, ककरौआ, गाजीगढ़, बूढ़दा, पोहरी आदि गांव की डिस्पेंसरी पर लंबे समय से सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी के पद रिक्त हैं, जहां हमेशा ताला लगा रहता है।

सहायक पशु चिकित्सक के अभाव में उपचार नहीं मिलने से पशुओं की मौत हो रही है। वहीं गांवों के पशु पालक किसानों को विभाग एवं शासन की 17 प्रकार की पशु योजनाओं के लाभ से वंचित रहना पड़ रहा है।

दवाईयो का भी टोटा है इन अस्पताला में
क्षेत्र के बिलौआए पोहरी, झिरी, बमरा, बैराड़ आदि डिस्पेंसरी पर पशु चिकित्सकों का अभाव है। साथ ही दवाइयां भी नहीं हैं। पशु मालिकों को बाजार से दवाई खरीदनी पड़ रही है। जरूरी दवाई डिस्पेंसरी पर उपलब्ध नहीं होने से कई बार पशुओं की मौत हो जाती है जिसमें पशु पालकों का भारी नुकसान होता है।

मांग के अनुसार दवाइयां नहीं मिलतीं
जिले से मांग पत्र अनुसार दवाइयां प्राप्त नहीं होती हैं, यही वजह है कि हमें जिले से मिलने वाली दवाओं से ही पशुओं का उपचार करना पड़ता है।
पीएन जाटवए पशु चिकित्सा अधिकारी पोहरी

रिक्त पदों पर भर्ती होगी
जिले में सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी के 72 पद रिक्त हैं। इसकी जानकारी जिला कलेक्टर के माध्यम से पशु चिकित्सा विभाग के प्रमुख सचिव भोपाल को भेजी है।
डॉ. एससी तमोरी, उपसंचालक पशु चिकित्सा शिवपुरी

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