शिवपुरी। विद्युत विभाग की कारगुजारियों से ईमानदार उपभोक्ता परेशान हैं। उपभोक्ताओं को आंकलित खपत के नाम पर मनमाने बिल दिये जा रहे हैं। विद्युत मण्डल के कार्यालय पर दिनभर परेशान उपभोक्ताओं का तांता लगा रहता है, लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है। सही मीटर रीडिंग के बाद भी आंकलित खपत के नाम पर उपभोक्ताओं पर तीन से चार गुना तक अधिक राशि के बिल भेजे जा रहे हैं।
कोर्ट रोड क्षेत्र की नगरपालिका की दुकान में किरायेदार अशोक अग्रवाल अभिभाषक जो दस्तावेज पंजीयन का कार्य करते हैं, का कहना है कि उनके पास हर माह लगभग ढाई सौ रुपये राशि का बिल आता था और यह बिल मीटर रीडिंग के हिसाब से आता है, लेकिन इस बार सही मीटर रीडिंग के बाद भी उनके बिल की राशि बढ़ाकर 885 रुपये कर दी गई।
मजे की बात तो यह है कि बिल में मीटर रीडिंग की खपत 24 यूनिट बताई गई और आंकलित खपत 87 बताकर बिल 111 यूनिट का बना दिया गया। श्री अग्रवाल का कहना है कि उनका मीटर बिलकुल ठीक है और उसमें रीडिंग भी आती है।
यदि विद्युत अधिकारियों को लगता है कि मीटर गड़बड़ है तो उसे बदल दिया जाये, लेकिन यह कोई तरीका नहीं है कि उपभोक्ताओं को मनमानी राशि के बिल दिये जायें। इस तरह की शिकायत सैंकड़ों उपभोक्ताओं ने की है, लेकिन उनकी सुनवाई करने वाला कोई नहीं है।
ठीक समय पर नहीं दिये जा रहे विद्युत बिल
विद्युत बिल उपभोक्ताओं को ठीक समय पर नहीं दिये जा रहे, जबकि नियमानुसार कम से कम 10 दिन पहले उपभोक्ताओं को बिल मिल जाने चाहिए, लेकिन इस माह तो जिस तारीख को बिल दिये गये वही तारीख बिल जमा करने की अंतिम तारीख निकली इससे बिल जमा करने वाले उपभोक्ताओं की लंबी-लंबी कतारें लगीं हैं।