एक गधा जो भविष्यवाणी करता है

0
शिवपुरी। मास्टर जी से आपने कभी सुना होगा की तूने ये सवाल सही नही कर है तू तो गधा है,गधा का मतलब तो आप जानते ही है परन्तु शिवपुरी में एक गधा जोडना-घटाना और ज्योतिष भी कर रहा है अब आपके कई राज बता देगां। मतलब अब गधा गधा नही रहा है।

जानकरी के अनुसार इस समय शिवुपरी में सिद्वेश्वर बाणगंगा मेले में डंकी शो चल रहा है और शो का टिकिट 10 रूपए है और इस शो का हीरो है एक गधा,औरह इस गधे का नाम प्यारेलाल है इस शो में इस शो का डारेक्टर 62 वर्षीय किशन सिंह अपने इंटेलिजेंट गधे से जोडना-घटना और गुणा कर कर बता देता है।

वहीं वह इस शो के जरिये साक्षरता अभियान का संदेश भी दे रहे हैं कि जब महामूर्ख समझे जाने वाला गधा पढ़ सकता है, सीख सकता है और अपनी छठी इन्द्रिय को विकसित कर सकता है तो इंसान क्यों नहीं शिक्षित हो सकता। डंकी शो में प्यारे लाल नामक गधा इतनी हैरतअंगेज बातें बताता है कि दांतों तले उंगली काटने पर विवश होना पड़ता है। जैसे हॉल में सर्वाधिक सुंदर कौन है? सबसे छोटा बालक कौन है? यहां तक कि जोडऩा और घटाना भी वह बखूबी बता देता है।

यह प्यारे लाल ज्योतिषी का काम भी करता है शो में आने वालो में से वह कौन  अधिक झूठ बोलता है? कौन अधिक झगड़ालू है? हाथ में घड़ी कौन पहने हुए है? किस की बीबी आज लडकर मेंला लाई है उसे भी वह बता देता है।

शो संचालक किशन सिंह ने बताया कि गधे को सिखाने का कार्य तो वह सन 86 से कर रहे हैं, लेकिन वर्तमान में उनके पास जो गधा है वह लगभग 15 वर्षों से उनके साथ है। किशन सिंह बताते हैं कि प्यारेलाल बहुत प्रवीण है और इस कहावत को झूठा साबित करता है कि गधे मूर्ख, महामूर्ख होते हैं। किशन सिंह का कहना है कि उन्होंने जहां प्यारेलाल को बाहरी ज्ञान दिया है, वहीं उसकी छठी इन्द्रिय खुद व खुद विकसित हुई है।

जिससे वह कौन गुंडा व्यक्ति है, कौन भला आदमी है, कौनसी औरत अपने पति से झगड़ा करती है इत्यादि बातें आसानी से बता देता है। किशनलाल के अनुसार प्यारेलाल चेहरे पढऩा जानता है और व्यक्ति के हावभाव देखकर वह उसके स्वभाव का पता लगा लेता है।

किशन सिंह अपने इस डंकी के साथ देशभर में अनेकों शो कर चुके हैं, लेकिन अभी तक शिवपुरी से निराश ही हुए हैं। यहां उनकी मेहनत और प्यारेलाल की विशेषताओं की अभी तक तो कद्र नहीं हुई है।

Tags

Post a Comment

0Comments

Please Select Embedded Mode To show the Comment System.*

#buttons=(Ok, Go it!) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Check Now
Ok, Go it!