किसान के साथ मोटरसाइकल पर सवार खेतों में पहुंचे कलेक्टर

शिवपुरी। जिला कलेक्टर राजीव दुबे ने ओलावृष्टि से प्रभावित शिवपुरी तहसील के ग्राम करसेना, इमलिया आदि ग्रामों में किसानों के खेतों पर पहुंचकर गेहूं, चना, सरसों आदि प्रभावित हुई फसलों का अवलोकन किया।

उन्होंने इस दौरान कृषकों से चर्चा करते हुए कहा कि फसलों के क्षति के आंकलन हेतु राजस्व एवं कृषि विभाग के अधिकारियों को संयुक्त रूप से फसलों के तत्काल सर्वें करने के निर्देश दिए गए है।

इस दौरान श्री दुबे ने ग्राम करसेना के देवराम, हरिज्ञान, दयाराम एवं मेद्याराम जाटव आदि किसानों की ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई गेहूं की फसल का भी अवलोकन किया। उन्होंने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि इस संकट की घड़ी में शासन एवं प्रशासन आपके साथ है।

नियमानुसार हर संभव सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इस दौरान अपर कलेक्टर श्री जेड.यू.शेख, जिला पंचायत के मु य कार्यपालन अधिकारी श्री डी.के.मौर्य और अनुविभागीय दण्डाधिकारी श्रीमती नीतू माथुर सहित अधिकारीगण साथ थे।

जिला कलेक्टर राजीव दुबे आज ओलावृष्टि से प्रभावित कृषकों की फसलों का अवलोकन करने हेतु विभिन्न ग्रामों का दौरा किया। जिला कलेक्टर इमलिया गांव पहुंचने पर किसानों के खेतों तक चार पहिया वाहन न जाने के कारण गांव के एक कृषक की मोटर साईकिल से किसानों के खेतों तक पहुंचकर फसलों का जायजा लिया।

इस दौरान उन्होंने ग्रामीणों से चर्चा करते हुए ओलावृष्टि से फसलों की क्षति के संबंध में जानकारी ली। इस मौके पर इमलिया ग्राम के कृषक श्री हाकिम ने बताया कि ओलावृष्टि के कारण उसके बैल की मृत्यु हो गई है। इसके लिए जिला कलेक्टर ने तत्काल राजस्व अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही कर नियमानुसार सहायता उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

कृषि एवं राजस्व विभाग के संयुक्त दल करेंगे फसलों का सर्वें

जिला कलेक्टर  राजीव दुबे ने समय-सीमा के पत्रों की समीक्षा बैठक में ओलावृष्टि से प्रभावित रवि फ सलों की कृषि एवं राजस्व विभाग के अधिकारियों से चर्चा कर जानकारी लेते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए कि ओलावृष्टि से प्रभावित ग्रामों में फसलों का प्राथमिकता के आधार पर कृषि, राजस्व एवं पंचायत विभाग के गठित दल द्वारा संयुक्त रूप से सर्वें कर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।

उन्होंने संबंधित क्षेत्र के अनुविभागीय दण्डाधिकारियों को भी निर्देश दिए कि वे भी अपने-अपने क्षेत्रों में प्रभावित ग्रामों में जाकर फसलों का जायजा लें और यह सुनिश्चित करें कि ओलावृष्टि से प्रभावित सभी ग्रामों में सर्वे दल पहुंचकर तत्काल सर्वे का कार्य शुरू करें।