कमला यादव ने ली शपथ: सिंधिया ने कहा नंबर 1 पंचायत बनाना

शिवपुरी। पुरुषों की तुलना में महिलाएं अधिक गुणवत्ता से कार्य करती हैं। इसलिए मुझे विश्वास है कि सिर्फ चार माह में नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती कमला यादव इतनी पारंगत हो जाएंगी कि वह जिला पंचायत की सक्षमता के साथ पूरी कमान संभालेंगी और शिवपुरी जिला पंचायत को प्रदेश की सर्वश्रेष्ठ जिला पंचायत बनाएंगी।


उक्त उद्गार जिला पंचायत शिवपुरी के शपथ ग्रहण समारोह में विशेष रूप से उपस्थित पूर्व केन्द्रीय मंत्री और स्थानीय सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने व्यक्त किए। वह विधायक केपी सिंह की इस बात से सहमत नजर नहीं आए कि जिला पंचायत चलाने की जि मेदारी बैजनाथ सिंह और उनके सुपुत्र की है, क्योंकि कमला यादव उतनी योग्य नहीं दिख रही हैं।

समारोह में कलेक्टर राजीवचंद दुबे ने नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्यों को शपथ ग्रहण करवाई। समारोह में जिला पंचायत अध्यक्ष का भाजपा प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडऩे वाली श्रीमती कृष्णा रावत और उनकी सास तथा जिला पंचायत सदस्य श्रीमती संतो रावत उपस्थित नहीं थीं। मंचासीन अन्य अतिथियों में जिला कांगे्रस अध्यक्ष और कोलारस विधायक रामसिंह यादव, विधायक शकुन्तला खटीक, जनपद अध्यक्ष बदरवास श्रीमती मिथलेश यादव, प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव, एसपी एमएल छारी, अतिरिक्त कलेक्टर जेडयू शेख, जिपं के मु य कार्यपालन अधिकारी श्री मौर्य, नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह, जनपद अध्यक्ष शिवपुरी पारम रावत, जिपं उपाध्यक्ष खैमराज सिनोरिया सहित अन्य जिला पंचायत सदस्यगण भी उपस्थित थे।

कार्यक्रम में विधायक केपी सिंह ने पंचायती राज की बखिया उधेडऩे में कोई कसर नहीं छोड़ी। उन्होंने साफ-साफ कहा कि राजीव गांधी ने जिस पंचायती राज की कल्पना को साकार रूप दिया था उसमें अब विकृति का समावेश हो गया है। पंचायती राज में अर्थतंत्र का प्रभाव इतना अधिक हो गया है कि राजनीति अब जनसेवा का माध्यम नहीं बनेगी।

पंचायती राज में महिलाओं को 50 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिया गया है, लेकिन समाज में महिलाओं को प्रतिनिधित्व नहीं मिल पाया है जिससे भले ही कमला यादव जिला पंचायत अध्यक्ष बनी हैं, लेकिन वह अपने पति और पुत्र के पराक्रम से ही बनने में सफल रही हैं इसलिए जिला पंचायत चलाने में बैजनाथ सिंह यादव और उनके पुत्र को ही कौशल दिखाना होगा।

लेकिन सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया विधायक केपी सिंह के विचारों से कतई सहमत नजर नहीं आए। उन्होंने कहा कि राजीव जी के पंचायती राज के सपने ने मूर्त रूप धारण कर लिया है। इसमें सत्ता का विकेन्द्रीकरण हुआ है वहीं महिला सशक्तिकरण भी इसके जरिये हो रहा है। इसी का परिणाम है कि इस मंच पर पुरुष अल्पसं यक हैं और यह सुखद स्थिति है।

उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि यदि एक ही काम को पुरूष और महिला को अलग-अलग दिया जाए तो महिला उस कार्य को अधिक गुणवत्ता से करती है। उन्होंने भारत को विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र बताते हुए कहा कि इसकी शाखाएं जहां संसद और विधानसभा में देखने को मिलती हैं, लेकिन जड़ें पंचायती राज में हैं।

पंचायती राज के माध्यम से सर्वश्रेष्ठ जनप्रतिनिधि मिलते हैं। स्व. महात्मा गांधी ने भी पंचायती राज की पैरवी की थी और उन्होंने एक कठिन रास्ता चुना था। उनके रास्ते पर स्व. मार्टिन लूथर किंग और नेल्शन मंडेला ने चलकर विश्व व्यापी याति अर्जित की थी। उन्होंने कहा कि कठिन रास्ते पर यदि साफ दिल और ईमानदारी के साथ चला जाए तो मंजिल अवश्य हासिल होती है।

उन्होंने नवनिर्वाचित अध्यक्ष कमला यादव को याद दिलाया कि प्रदेश सहित शिवपुरी में ओलावृष्टि से किसानों की फसल बर्बाद हो गई है और कृषकों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिलाने में वह प्रशासन को प्रेरित करें।

श्री सिंधिया ने प्रशासन के अधिकारियों से अनुरोध किया कि यदि नुकसान 80 प्रतिशत हुआ है तो उसे 80 प्रतिशत ही बताया जाए। प्रारंभ में अतिथियों का स्वागत जिला पंचायत के अधिकारियों ने किया तथा अंत में आभार प्रदर्शन की रस्म प्रदेश कांग्रेस महामंत्री और नवनिर्वाचित अध्यक्ष श्रीमती कमला यादव के पति बैजनाथ सिंह यादव ने अदा की।

पंचायती राज ने मुझे विधायक बनाया: शकुन्तला खटीक
करैरा विधायक शकुन्तला खटीक विधायक बनने से पूर्व जिला पंचायत सदस्य थीं और उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में अपने उद्बोधन में कहा कि जिला पंचायत सदस्य के रूप में सक्षमता पूर्वक कार्य करने का परिणाम है कि मैं विधायक बनने में सफल रही।

राजनीति में साख होती है महत्वपूर्ण: रामसिंह यादव
विधायक और जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने अपने उद्बोधन में कहा कि वह दो बार जिला पंचायत अध्यक्ष रह चुके हैं और आज विधायक हैं। उन्होंने जिला पंचायत सदस्यों को नसीहत दी कि उन्हें जिता कर जनता ने उनका स मान किया है। उनकी साख बनाई है और राजनीति में सबसे महत्वपूर्ण चीज साख है। यदि वह अपना कार्य ईमानदारी और निष्ठा के साथ करेंगे तो उनके लिए आगे रास्ते हमेशा खुले मिलेंगे।

पति और पुत्र के विरोध के बाद भी जिपं अध्यक्ष बोलीं
राजनीति में कमला यादव अभी-अभी आईं हैं इस वजह से अनुभव की कमी के कारण उनके पति बैजनाथ सिंह यादव और पुत्र रामवीर सिंह यादव चाहते थे कि वह समारोह में अपनी भावनाएं व्यक्त न करें, लेकिन उन्हें बोलने के लिए जनपद पंचायत बदरवास की अध्यक्ष श्रीमती मिथलेश यादव ने तैयार किया इसके बाद कमला यादव ने बहुत ही संक्षिप्त शब्दों में अपने विचार व्यक्त किए।

उसी आधार पर विधायक केपी सिंह ने उनकी तात्कालिक सक्षमता पर सवाल खड़े किए, लेकिन बाद में हंसते हुए उन्होंने कहा कि मिथलेश यादव को धन्यवाद जिन्होंने अपनी माँ को बुलवाया (विधायक सिंह मिथलेश यादव को जिपं अध्यक्ष की बेटी समझ रहे थे)। उनकी बेटी ने यदि मेहनत की तो अगले चुनाव में श्रीमती कमला यादव कोलारस से विधायक पद की उ मीद्वार हो सकती हैं और उस स्थिति में बैजनाथ सिंह यादव तथा रामसिंह यादव को घर बैठना पड़ेगा।