पुलिस के सहयोग से जनपद सदस्य की चुनावी किडनेपिंग

शिवपुरी। बदरवास जनपद क्षेत्र में एक सदस्य के अपहरण हो जाने की शिकायत प्रकाश में आई है। आश्चर्यजनक तो यह है कि संबंधित टीआई अपहरणकर्ताओं की मदद कर रहे हैं। पुलिस मुख्यालय ने भी इस चुनावी अपहरण को तवज्जो नहीं दी।

जानकारी के अनुसार मंगलवार की दोपहर बदरवास के ग्राम दीवट में रहने वाली रमाबाई अपने दो बेटों के साथ एसपी एमएल छारी के पास शिकायती आवेदन लेकर पहुंची। महिला ने बताया कि मेरे पति भूदरा आदिवासी जनपद सदस्य चुने गए हैं।

बीते 8 फरवरी की रात आठ बजे जब मैं अपने पति के साथ खेत पर बसने के लिए जा रही थी, तभी रास्ते में बुंदेल सिंह पुत्र लच्छीराम यादव अपने दो साथियों के साथ सफेद रंग के चार पहिया वाहन में सवार होकर आया।

बुंदेल ने मेरे पति को उठाकर गाडी में पटक लिया और हमसे कहा कि हम इससे जबर्दस्ती अध्यक्ष के लिए वोट डलवाएंगे, यदि यह वोट नहीं डालेगा तो इसे जान से खत्म कर देंगे।

इतना कहकर वो उन्हें अपने साथ ले गया। महिला ने अपने दोनों बेटों के साथ 9 फरवरी को बदरवास थाने में लिखित शिकायत की, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मंगलवार को जब वो फिर थाने पहुंची तो टीआई ने कहा कि तुम्हारा पति वैष्णोदेवी घूमने गया है तुम परेशान मत हो वो जाएगा।

बीते 9 फरवरी को जनपद सदस्य बना भूदरा आदिवासी खुद ही थाने पर आकर अंगूठा लगा हुआ एक आवेदन देकर गया जिसमें उसने लिखा था कि मैं अपनी मर्जी से वैष्णोदेवी घूमने जा रहा हूं।
तिमेश कुमार छारी, टीआई बदरवास

मामला राजनीति से प्रेरित इसलिए भरोसा कम
चूंकि मामला राजनीति से प्रेरित होकर एक दूसरे को फंसाने का है, इसलिए शिकायत पर अधिक भरोसा नहीं किया जा सकता।
एमएलछारी एसपी शिवपुरी

सिर्फ एक सवाल
इस मामले में हो सकता है अपहृत आदिवासी जनपद सदस्य वैष्णो देवी के दरबार में गया हो, लेकिन जरूरी नही है कि वो अपनी मर्जी से गया हो उसे हाईजैक कर ले जा गया है। टीआई छारी को कहना है कि वह थाने में आवेदन देकर गया है। अब आप ही बताइये की आप वैष्णो देवी जाएंगे तो अपनी पत्नि और परिवार को बताकर नही बल्कि थाने में आवेदन देकर जांएगें।