कांग्रेस की किस जनहितकारी नीति की बात कर रहे हैं हरवीर रघुवंशी

शिवपुरी। यूं तो कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं, कार्यकर्ताओं से ज्यादा नेता है। इसी भीड़ में एक स्वयंभू नेताजी हैं हरवीर सिंह रघुवंशी। इन दिनों सांसद प्रतिनिधि हैं सो खुद को विशिष्ट नेता मानते हैं और कांग्रेस का सदस्यता अभियान बड़े जोर शोर से चलता बता रहे हैं।

अब अभियान जोर शोर से चले या ना चले लेकिन रघुवंशी जी तो बता रहे हैं। ऐसे प्रेसनोट जारी कर रहे हैं मानो पूरी की पूरी शिवपुरी कांग्रेस की सदस्यता लेने के लिए दौड़ पड़ी है। किसान अपने खेत छोड़कर, युवा अपने कॉलेज छोड़कर और महिलाएं अपनी रसोई छोड़कर कांग्रेस की सदस्यता लेने को आतुर हैं।

सोशल मीडिया पर तो जैसे हंगामा मचा रखा है। किस दिन कितनी सदस्यता हुई, पता नहीं, कोई आंकड़ा नहीं। सदस्यता लेने वालों के फोटो नहीं, बस सदस्यता देने वालों के फोटो शेयर हो रहे हैं। बात जनकल्याण की हो रही है, ऐसे जताया जा रहा है मानो इनसे ज्यादा ​जनहित का ध्यान रखने वाला और कोई नहीं।

अपना तो इन धुरंधरों से सिर्फ एक सवाल
क्या इस समया कॉलजो की शिफ्टिंग रोकना जनकल्याण कारी नही है।
क्या शिवपुरी के भविष्य को बचना जनकल्याण कारी नही है।
क्या इसके लिए टेंट लगाने की हिम्मत है किसी नेता में।
क्या सदस्यता अभियान से ज्यादा जरूरी नहीं है कॉलेज बचाओ आंदोलन, जिसमें शिवपुरी का सुखद भविष्य छिपा है।

जनता को और कितना बरगलाओगे यारो, पब्लिक अब उल्लू नहीं बनने वाली। लोकसभा के चुनाव में सांसद को समझा दिया, नगरपालिका के चुनाव में विधायक को भी बता दिया। वर्षों पहले एनएफएल ऐसी ही गद्दार राजनीति के चलते शिवपुरी से गुना शिफ्ट हो गया था, अब तीनों कॉलेजों की शिफ्टिंग की तैयारी है। एनएफएल तो शिवपुरी की जनता ने माफ कर दिया था परंतु सावधान, इस मामले में माफी नहीं मिलेगी। अब भी नहीं संभले तो तय मान लो, अगले 5 सालों में ये जनता कुछ भी भूलेगी नहीं, नए नेता पैदा कर लेगी। फिर बैठे रहना अपने टेंट अपने दरवाजों पर गाड़ के।