कांग्रेस पार्टी एक महान पार्टी जो सबको साथ लेकर चलती है: रामसिंह यादव

शिवपुरी। कांग्रेस पार्टी एक ऐसी पार्टी है जिस का इतिहास महापुरूषों  कांग्रेस की स्थापना 28 दिस बर 1885 को एच.ओ.हृयूम द्वारा की गई थी। कांग्रेस पार्टी सभी धर्मो और वर्गो को साथ लेकर चलती है। देश की एकता और अखण्डता को बनाये र ाती है। कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व महान नेताओं द्वारा किया गया है।

उक्त उदगार आज जिला कांग्रेस कार्यालय पर अखिल भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 129 वें स्थापना दिवस जिला कांग्रेस के अध्यक्ष एवं विधायक रामसिंह यादव ने व्यक्त किये। श्री यादव ने समस्त कांग्रेसजनों से आग्रह किया है कि कांग्रेस के संविधान अनुसार कार्य करें और कांग्रेस पार्टी के सदस्य बनकर देश हित में कार्य करें। जिला कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी मुकेश जैन पत्रकार ने बताया कि इससे पूर्व जिला कांग्रेस कार्यालय पर जिलाध्यक्ष रामङ्क्षसह यादव द्वारा ध्वजा रोहण किया गया और कांग्रेस सेवादल के अध्यक्ष एवं नव निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। 

उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष श्री प्रकाश शर्मा ने कहा कि विश्व भर में कांग्रेस पार्टी की अपनी अलग पहचान है। आज हम सब यहां कांग्रेस का 130 वां जन्म दिन मना रहे हैं। निश्चयी ही गौरव की बात है कि हम इस गौरवशाली पार्टी के सदस्य हैं। सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी ने कहा कि आज हम शपथ लें कि कांग्रेस पार्टी को मजबूत बनाने के लिए तनमनधन से कार्य करेंगे। नव निर्वाचित अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह ने कहा कि मैं तो कांगे्रस का एक सिपाही हूं और अंतिम क्षण तक कांग्रेस की सेवा करता रहूंगा। वरिष्ठ कांग्रेस नेता केशव सिंह तोमर ने कहा कि कांग्रेस स्थापना दिवस पर कांग्रेस के सभी सिपाही एक जुट होकर कांग्रेस को मजबूत बनायें। 

इस अवसर पर भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के 129 वें स्थापना दिवस पर जिला कांग्रेस अध्यक्ष एवं विधायक रामसिंह यादव नगर पालिका के नव निर्वाचित अध्यक्ष मुन्ना लाल कुशवाह, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीप्रकाश शर्मा, हरवीर सिंह रघुवंशी, केशव सिंह तोमर, रामकृष्ण मित्तल, मुकेश जैन पत्रकार, राजेश बिहारी पाठक, श्यामसुन्दर राठौर, आजाद खांन, विनय ओझा, आनंद धाकड़ एडवोकेट, शब्बीर खांन, वीरेन्द्र खटीक शिवचरण करारे,  मुन्ना लाल सुमन, सोनू राजावत, अफसर खांन, सूर्य प्रताप आर्य गोपाल ओझा, पुरूषोत्तम शर्मा, स्तयाक खांन, , जसवंत सुमन आदि लोग उपस्थित थे।