गरीबों का हक हड़पना सरपंच को महंगा पड़ा, गई सरपंची

शिवपुरी। आदिवासियों से इंदिरा आवास कुटीर की किश्त निकलवाने के एवज में 5 से 7 हजार रुपए तक की रिश्वत लेने वाले सरपंच को अपनी सरपंची गंवानी पड़ी। ग्राम गोंदरी के सरपंच नारायण सिंह यादव ने गरीब आदिवासियों से कुटीरों की किश्त निकलवाने के एवज में रिश्वत के तौर पर 5 से 7 हजार की राशि ऐंठ ली थी।
आदिवासियों ने इस पूरे मामले को सहरिया क्रांति के सामने रखा जिस पर संस्था ने आदिवासियों के साथ जाकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह को मामले की शिकायत की। एडीशनल एसपी श्री सिंह ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सरपंच नारायण सिंह यादव को कार्यालय में तलब किया तो उसने स्वयं न आकर अपने पुत्र हाकिम के जरिए वसूली गई राशि वापस भेज दी।

उक्त राशि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आलोक सिंह, डीओटीडब्ल्यू श्री खान एवं सहरिया क्रांति के सदस्यों के समक्ष पुलिस अधीक्षक कार्यालय परिसर में हितग्राहियों को वापस लौटाई गई। इस मामले को कलेक्टर राजीव दुबे ने भी गंभीरता से लेते हुए प्रकरण की जाँच एसडीएम पोहरी श्री बघेल को सौंपी जिन्होंने जाँच उपरांत सरपंच नारायण सिंह को धारा 40 के तहत पद से बर्खास्त करने की कार्यवाही की वहीं कलेक्टर ने तत्कालीन सीईओ अरविंद शर्मा को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया है।