थैलेसीमिया से पीडि़त बच्चें की जान बचाने में जुटा पूरा परिवार

शिवपुरी। शिवपुरी शहर में मदद करने वालों की कमी नहीं और खासकर ऐसे मामलों में जब किसी मासूम की जान पर बन आती है, ऐसा ही एक हृदयस्पर्शी मामला है शहर के सईसपुरा निवासी नंदकिशोर यादव के 8वर्षीय पुत्र हेमंत का, यह मासूम बालक थैलेसीमिया रोग से पीडि़त है।

ऐसे में इस परिवा की आय भी इतनी नहीं कि मासूम हेमंत का विशेषज्ञ चिकित्सकों से उपचार करा सके फिर भी पूरा परिवार आज हेमंत की जान बचाने में जी-जान से जुटा हुआ है। मजदूर कर अपने घर-परिवार का पालन पोषण करने वाले नंदकिशोर  यादव को अब शहरवासियों से मदद की आस है कि उसके मासूम बालक को हर 15-20 दिन में खून की पूर्ति के लिए की जाने वाली राशि की व्यवस्था हो। इस अमिट सहयोग के लिए यह परिवार आज आशा की किरण से नगरवासियों को देख रहा है।

जी हां! थैलेसीमिया एक ऐसा रोग है जिसमें नवजात बालक या बालिका को जन्म से ही यह रोग लग जाता है और इसमें हर 15-20 दिन में रक्त को बदला जाता है तभी बच्चा स्वस्थ रह पाता है हालांकि बड़े शहरों में आधुनिक मशीनों और लाखों रूपये खर्च कर इस रोग से मुक्ति पाई जा सकती है लेकिन यह हर किसी के बश में नहीं। इन्हीं में से एक है नंदकिशोर यादव जो पुरानी शिवपुरी सईसपुरा में निवास करते है अपनी पत्नि श्रीमती हजरबती ने जब पहले पुत्र के रूप में हेमंत को जन्म दिया तो परिवार में खुशियों का अंबार छा गया था।

लेकिन जैसे ही पता चला कि उनका मासूम हेमंत थैलेसीमिया रोग से ग्रसित है तभी इस परिवार पर विपदाओं का अंबार टूटने लगा। महज मेहनत-मजदूर कर अपने परिवार का पालन पोषण करने वाले नंदकिशोर का कहना है कि हमने हेमंत का उपचार कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी, जितना सामथ्र्य हुआ हमने किया और आगे भी करेंगें। सरकार द्वारा दी जाने वाली सहायता के बारे में नंदकिशोर का कहना था कि एक बार मप्र के मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलने भोपाल गए थे वहां हमें 10 हजार रूपये की आर्थिक सहायता दी गई लेकिन इसके बाद से आज दिनांक तक हमें शासन द्वारा कोई सहयोग नहीं मिला।

हेमंत को बीते 8 सालों में हमारे द्वारा भी प्रतिवर्ष दो-दो बार खून दिया जाता है लेकिन इसके बाद भी और खून की आवश्यकता होती है, ऐसे में हम कमलाराजा चिकित्सालय ग्वालियर भी गए वहां कहा गया कि पहले बच्चे के उपचार का एस्टीमेट लेकर आओ, तब उपचार करेंगें लेकिन यहां कोई एस्टीमेट भी नहीं बनाता। नंदकिशोर ने बताया कि हेमंत के बाद उसकी एक पुत्री 6 वर्षीय सीमा भी है जो पूर्ण रूप से स्वस्थ है और स्कूल जाती है लेकिन घर-परिवार की माली हालत होने के कारण आज यह परिवार अब शिवपुरीवासियों से मदद की गुहार कर रहा है।

शहरवासियों से आग्रह है कि वह नंदकिशोर यादव को उनके मोबा.9993218538 या 9630962887 पर संपर्क कर अपनी ओर से जो सहयोग बन पड़े कर सकते हैं। यहां बताना होगा कि इससे पूर्व भी शहर में कई मासूम बच्चों की देखभाल व उन्हें आर्थिक सहायता के रूप में शिवपुरीवासियों ने खुलकर मदद की है ऐसे में इस गरीब परिवार को भी यदि शहरवासियों की मदद मिल जाए तो निश्चित रूप से मासूम बालक हेमंत को नया जीवन दिया जा सकता है।