कमाल की कसावट: चोरों को सूचना देकर छापा मारने पहुंची प्रशासनिक टीम

शिवपुरी। ठकुरपुरा में प्रशासनिक अधिकारियों की सांठगांठ या लापरवाही से बड़े पैमाने पर अवैध उत्खनन हो रहा है। जिससे समतल भूमि बड़ेे बड़े गड्ढ़ों में तब्दील हो गई है।

आज सुबह मीडियाकर्मियों ने इस क्षेत्र में अवैध उत्खनन की शिकायत एसडीएम और तहसीलदार से की। उस समय मौके पर 7 ट्रेक्टर खड़े हुए थे लेकिन प्रशासनिक दल डेढ़ घंटे बाद मौके पर पहुंचा। उसके पहले ही क्षेत्र के पटवारी ने अवैध उत्खननकर्ताओं को सूचना देकर वहां से भगा दिया और प्रशासन को कुछ नहीं मिला।

लेकिन वहां से लौटते समय ग्वालियर बाईपास पर बनाई गई रेत की अवैध मण्डी से बिना रॉयल्टी के तीन डंपर जप्त कर लिए गए और कोतवाली लाकर खड़ा कर दिया। जिनमें से एक डंपर चालक ने भूलवश आज से पहले की रॉयल्टी दिखा दी थी लेकिन जब उसने अपनी रात्रि में कटी रॉयल्टी दिखाई तो उसका डंपर छोड़ दिया।

वहीं दो डंपरों पर कार्रवाई के लिए माइनिंग अधिकारियों ने शिकायती आवेदन पुलिस को दिया। समाचार लिखे जाने तक पुलिस और माइनिंग विभाग की टीम कार्रवाई करने में जुटी हुई थी।

प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 7:15 बजे मीडियाकर्मियों को ठकुरपुरा क्षेत्र में मुरम का अवैध उत्खनन होने की सूचना प्राप्त हुई। जिस पर मीडियाकर्मियों ने एसडीएम डीके जैन और तहसीलदार आरके पाण्डे से संपर्क साधा तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन देते हुए पुलिस फोर्स को साथ लाने की बात कही।

जिस पर मीडियाकर्मी वहां पहुंच गए। उस समय वहां अवैध उत्खनन चल रहा था लेकिन खास बात यह रही कि प्रशासन की टीम को सूचना मिलते ही क्षेत्र के पटवारी वहां पहुंच गए और उन्होंने तहसीलदार को सूचना दी कि वहां पर सिर्फ एक ही ट्रेक्टर लगा हुआ है जिससे प्रशासनिक टीम ढीली पड़ गई और प्रशासन की टीम वहां नहीं पहुंची।

इसके बाद जब मीडियाकर्मियों ने तहसीलदार श्री पाण्डे से संपर्क साधा तो उनका कहना था कि वहां पर कोई भी ट्रेक्टर मौजूद नहीं था। जब मीडियाकर्मियों ने उनसे कहा कि ट्रेक्टर अभी भी उत्खनन में लगे हुए हैं तो प्रशासन अलर्ट हुआ।

इस तरह सूचना मिलने के बाद भी डेढ़ घंटे तक वहां नहीं पहुंची और उत्खननी अपने-अपने टे्रक्टर भरकर वहां से निकल गए। प्रशासन अपने दलबल के साथ वहां पहुंचा तो कोई भी ट्रेक्टर मौजूद नहीं था। तभी वहां रहने वाले कुछ वाशिंदे आ गए और उन्होंने श्री पाण्डे को बताया कि यहां दिनभर मुरम का अवैध उत्खनन होता है और उत्खननियों ने वहां की समतल भूमि को बड़े-बड़े गड्ढ़ों में तब्दील कर दिया है। जिससे हमेशा दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। वहीं रात्रि में गड्ढ़े न दिखने से घटनाएं भी घटित हो जाती है। इसके बाद टीम वहां से वापिस लौट आई।