शिवपुरी। जिले के करैरा थाना क्षेत्र के ग्राम करई में कलयुगी बेटे और बहू ने अपनी 70 वर्षीय बूढ़ी मां साबो पत्नी देवलाल केवट को एक वर्ष पहले घर से निकाल दिया था। इसके बाद से ही साबोबाई सड़कों पर घूम-घूमकर भीख मांगती थी और अपना भरण-पोषण करती थी।
अपनी मां को भीख मांगते हुए देखने के बावजूद भी बेटे का कलेजा नहीं पसीजा तो साबोबाई ने इंसाफ के लिए पुलिस का दरबाजा खटखटाया। जिस पर पुलिस ने कल आरोपी बहू रेखा और पुत्र नौरंगी के खिलाफ 24 माता-पिता संरक्षण अधिनियम की धारा 2007 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया है।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार साबोबाई के पति देवलाल केवट का देहांत पूर्व में हो चुका है और वह अपने पुत्र नौरंगी केवट के सहारे जीवित थी। लेकिन कलयुगी पुत्र ने अपनी पत्नी रेखा के साथ मिलकर मां पर जो जुल्म ढाए। वह हैरान करने वाले थे। दोनों आरोपियों ने कई-कई दिनों तक अपनी मां को खाना तक नहीं देते थे। साथ ही बहू रेखा उसे तरह-तरह से ताने मारती थी। इतना कुछ होने के बावजूद भी साबोबाई का मातृत्व खत्म नहीं हुआ और वह अपने पुत्र को जी-जान से चाहती रही।
इसके बावजूद भी दोनों आरोपी बेटे और बहू मां पर जुल्म ढाहते रहे। हैरान करने वाली बात तो यह है कि निर्दयी पुत्र ने पत्नी के कहने पर मां की ममता को ठुकरा दिया और उसे एक वर्ष पहले घर से निकाल दिया। लेकिन फिर भी मां का हृदय अपने पुत्र को सुखी रखने की दुआएं देता रहा और 70 वर्षीय बुढिय़ा अपना पेट भरने के लिए सड़कों पर भीख मांगने के लिए पहुंच गई और मां को भीख मांगते देख भी उस निर्दयी पुत्र का कलेजा नहीं पसीजा।
यह सिलसिला एक वर्ष से लगातार चला आ रहा है, लेकिन कल संघर्ष से हार चुकी साबोबाई थाने पहुंची। जहां उसकी पीढ़ा सुनकर हर किसी का हृदय भर आया और पुलिस ने साबोबाई की फरियाद पर से दोनों आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया।