पोषण आहार व एमडीएम की जांच हेतु एसडीएम टीम गठित करें: कलेक्टर

शिवपुरी। स्कूलों में बच्चों को दिए जा रहे मध्यान्ह भोजन तथा आंगनवाड़ी केन्द्रों में प्रदाय किए जा रहे पोषण आहार की गुणवत्ता पर नियंत्रण बनाए रखने के उद्देश्य से कलेक्टर श्री दुबे द्वारा सभी एसडीएम को अनुभाग स्तर पर क्वालिटी कंट्रोल कमेटी गठित करने के निर्देश दिए है।

श्री दुबे ने कहा कि मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम का मु य उद्देश्य बच्चों को गुणवत्तापूर्ण, पोष्टिक भोजन उपलब्ध कराना है। योजना के सफल संचालन की जि मेदारी स्कूल शिक्षा विभाग व स्थानीय संस्थाओं की है। उन्होंने सभी एसडीएम सहित जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे क्षेत्र में भ्रमण के दौरान स्कूलों का निरीक्षण आवश्यक रूप से करें तथा मध्यान्ह भोजन गुणवत्ता भी चेक करें। इसके लिए निरीक्षणकर्ता अधिकारी मध्यान्ह भोजन को चखकर भी देखें।

उन्होंने शिवपुरी नगर पालिका क्षेत्र में मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की जांच हेतु एसडीएम शिवपुरी को निर्देशित किया कि वे नियमित रूप से विद्यालयों के निरीक्षण की कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने मध्यान्ह भोजन आवंटन हेतु फर्जी उपस्थिति दर्ज कराने की प्रवृत्ति पर भी अंकुश लगाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि पोषण आहार व मध्यान्ह भोजन की नियमित चैकिंग किया जाना आवश्यक है। इसके लिए एसडीएम अपने-अपने अनुभाग में शासकीय अधिकारियों की टीम गठित करें। जो इसकी नियमित मोनीटरिंग करेगी।

उन्होंने कहा कि आगनवाड़ी केन्द्रों में बच्चों को प्रदान किए जाने वाले नास्ता और पोषण आहार तथा प्राथमिक और माध्यमिक विद्यालयों में बच्चों को उपलबध कराये जाने वाले मध्यान्ह भोजन वितरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दास्त नहीं की जाएगी। मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता की आकस्मिक जांच भी कराई जाए। इसके लिए फूड एण्ड से टी विभाग की टीम भी भेजी जाए। अगर गुणवत्ता में कोई कमी पाई जाती है तो संबंधित स्वसहायता समूह व जिम्मेदार अधिकारियों के विरूद्ध अपराधिक प्रकरण भी दर्ज कराए।