शिवपुरी से अरेस्ट हुए उम्मीदवारों ने खोला MPPSC-2012 का कालाचिट्ठा

भोपाल। शिवपुरी से गिरफ्तार कर यहां लाए गए दो उम्मीदवार सुमित शिवहरे और अवधेश पाराशर ने पुलिसिया पूछताछ के दौरान MPPSC-2012 का कालाचिट्ठा खोलना शुरू कर दिया है। उन्होंने बताया कि मेंस एग्जाम के दौरान 7 में से 4 पेपर लीक किए गए थे।

सनद रहे कि व्यापमं घोटाले के शिवपुरी कनेक्शन का सबसे पहले खुलासा शिवपुरी समाचार ने ही किया था। इस मामले में फिलहाल 2 गिरफ्तारियां हो चुकीं हैं, लेकिन अभी भी वो मुख्य दलाल बाकी है जिसने इस घोटाले में सूत्रसंचालक का काम देखा था।

बीती 13 अगस्त को गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपियों में से एसटीएफ ने अवधेश को 20 अगस्त तक रिमांड पर लिया था जबकि सुमित को जेल भेजा जा चुका है। एसटीएफ सूत्रों के मुताबिक गिरोह के दोनों सरगना बृजेंद्र गुप्ता और अखिलेश पांडे (दोनों फरार) लीक प्रश्नपत्र खरीदने वाले उम्मीदवारों को अपने ठिकाने पर बुलाते थे। वहां उन्हें केवल सवाल बताए जाते थे। इनके नोट्स तैयार करने की जिम्मेदारी उम्मीदवार की ही होती थी।

विपिन को फिर लेंगे रिमांड पर
एमपी पीएससी द्वारा आयोजित आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारी (एएमओ) चयन परीक्षा का पेपर लीक करने के आरोप में जेल भेजे गए विपिन शर्मा को एसटीएफ दोबारा रिमांड पर लेगी। मुख्य परीक्षा पेपर लीक होने के मामले में उसकी भूमिका भी संदिग्ध है। सूत्रों के मुताबिक एसटीएफ इस संबंध में 20 अगस्त को अदालत में एक आवेदन लगाएगी।

6500 उम्मीदवारों ने दी थी मेंस
एमपी पीएससी अधिकारियों ने बताया कि 400 पदों लिए 24 फरवरी 2013 को हुई प्रारंभिक परीक्षा में 6500 उम्मीदवार पास हुए  थे। इन उम्मीदवारों की मेंस परीक्षा 1 अक्टूबर से 24 अक्टूबर 2013 तक हुई थी। इसमें 1191 छात्र मेरिट में आए थे।

इनके इंटरव्यू 27 जुलाई को शुरू होने थे। मेंस पर्चा लीक होने की खबरों के बाद इंटरव्यू स्थगित कर दिए थे। अब ये जांच पूरी होने तक लिए स्थगित रहेंगे। इसके चलते फिलहाल छात्रों को इंतजार ही करना होगा।