कम बारिश ने दी पेयजल संकट की पदचाप, फसलों पर भी छाया संकट

शिवपुरी। लगभग 12 दिन से बरसात न होने और भीषण गर्मी पडऩे से चिंताएं बढऩे लगी हैं। फसल चौपट होने की आशंकाए बलवती हो रही हैं। वहीं पेयजल संकट के गहराने की भी संभावना है। भीषण गर्मी से बीमारियां भी फैलने लगी हैं और अस्पताल तथा प्रायवेट चिकित्सकों के यहां मरीजों की भीड़ बढऩे लगी है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार इस बार सामान्य तौर पर मानसून एक महीना बिलंव से आया। मानसून में देरी से किसानों को बहुत नुकसान हुआ। जिन किसानों ने एक पानी पडऩे के बाद फसल बो दी थी उनकी फसल चौपट हो गई। खराब बीज से भी किसानों को काफी नुकसान हुआ। एक महीने के बाद जब बरसात शुरू हुई तो किसानों सहित सभी लोगों ने राहत की सांस ली। ऐसा लगा कि इस साल पर्याप्त औसत बर्षा हो जाएगी। जिले में अभी तक 60 प्रतिशत बरसात हो चुकी है।

हालांकि शिवपुरी तहसील में बरसात में आंकड़ा 50 प्रतिशत तक ही पहुंचा है। लेकिन 12 अगस्त से पूरे शिवपुरी जिले में बरसात गायब है और भीषण गर्मी पड़ रही है। बरसात न होने तथा गर्मी पडऩे के कारण फसलों का सूखना शुरू हो गया है। किसानों की सोयाबीन की फसल सूखने लगी है। जिले में लगभग पौने दो लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की फसल होती थी, परंतु इस बार देरी से बरसात होने के कारण लगभग सवा लाख हेक्टेयर में सोयाबीन की फसल हुई है। फसल नष्ट होने की आशंका से किसानों की चिंताएं बढऩे लगी हैं। वहीं यदि पर्याप्त बरसात नहीं हुई तो पेयजल संकट भी गहरा सकता है।

बिजली संकट ने और बढ़ाई परेशानी
मानसून प्रतिकूल होने तथा भीषण गर्मी के बाद बिजली संकट ने नागरिकों की परेशानियां और बढ़ा दी हैं। जिले में ताबड़तोड़ अंदाज में विद्युत कटौती हो रही है। जिला मु यालय में ही 6 घंटे से कम बिजली कटौती नहीं हो रही तथा तहसील मु यालयों की हालत और खराब है। करैरा में कल दिनभर लाइट गायब रही और रात 8 बजे के बाद बिजली के दर्शन हुए। पोहरी, कोलारस, बदरवास, बैराड़ की स्थिति भी लगभग ऐसी ही है। बिजली न होने के कारण किसानों को सिंचाई के लिए पानी सुलभ नहीं हो रहा। कुलमिलाकर दिनप्रतिदिन नागरिकों की परेशानियां बढ़ती जा रही हैं।

बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ा
बरसात न होने और गर्मी से बीमारियों का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। जिला अस्पताल, प्रायवेट चिकित्सकों और पैथोलॉजियों पर बुखार, वायरल, मलेरिया, पीलिया, उल्टी-दस्त आदि के मरीजों की भीड़ देखी जा रही है। चिकित्सकों ने इस सीजन में नागरिकों से खानपान में संयम बरतने की अपील की है।