कलेक्टर के पिंजरे में कैद शिवपुरी की गोल्डन सैंड, आज फिर 32 डम्फर रेत जब्त

राजू (ग्वाल) यादव/शिवपुरी। शिवपुरी की रेत जिसे रेत माफिया गोल्डर सैंड कहते है इन माफियाओं पर नवोदित कलेक्टर राजीव दुबे ने पूरी तरह लगाम कस दी है। कलेक्टर शिवपुरी ने इन रेत माफियाओं पर कार्यवाही कर अवैध रेत परिवहन और भण्डारण पर पूरी तरह लगाम कस दी है। इसी क्रम में आज कलेक्टर के आदेश पर प्रशासन ने फिर कार्यवाही करते हुए 32 डम्फर रेत जब्त की है।

रेत के अवैध उत्खनन को रोकने के लिए प्रशासन ने एक तरह से मुहिम छेड़ दी है। प्रशासनिक अमले ने इसी कड़ी में आज रेत ठिकानों पर छापा मारकर लगभग 32 डंपर रेत जप्त कर ली है। तहसीलदार पाण्डे ने बताया कि बिना रॉयल्टी के इस रेत का अवैध भण्डारण किया गया था। जप्त रेत को हरिजन थाने के पास रखवाया जा रहा है। यह छापामार कार्रवाई छत्री रोड पर गुलाबशाह दरगाह और चौकसे धर्मशाला क्षेत्र में तहसीलदार पाण्डे, नायब तहसीलदार मनीष जैन तथा पुलिस टीम के सहयोग से कलेक्टर राजीवचंद दुबे के निर्देश पर की गई। प्रशासन द्वारा अवैध उत्खननकर्ताओं पर की गई कार्रवाई से खदान माफियाओं में हड़कंप मच गया है।

जिले में अधिकांश रेत खदानें बंद हैं। इस कारण इनका अवैध उत्खनन हो रहा है, लेकिन प्रशासनिक कार्रवाई से रेत के भाव आसमान पर पहुंच गए हैं। पहले जहां 8 से 10 हजार रूपये में रेत का डंपर मिलता था। वहीं अब इसकी कीमत बढ़कर 14 से 15 हजार हो गई है। सबसे पहले प्रशासनिक दल ने आज सुबह गुलाबशाह दरगाह के पास स्थित बसीर खां के रेत के फड़ पर छापा मारा। यहां 7 डंपर रेत का संग्रह पाया गया तथा रेत मालिक से जब रॉयल्टी मांगी गई तो उसने कहा कि उसके पास इनकी रॉयल्टी नहीं है। इस कारण रेत को जप्त कर लिया गया।

चौकसे की धर्मशाला के पास प्रशासनिक दल जब पहुंचा तो यहां मनीष शर्मा के ठिकाने से 5 डंपर रेत जप्त की गई। उसके पास भी खनिज उत्खनन की रॉयल्टी नहीं थी। इसके बाद यहीं पास स्थित रेत के एक बड़े फड़ पर छापा मारा गया। जहां से 20 डंपर रेत बिना रॉयल्टी की बरामद हुई। यह रेत सुरेश कुमार गोयल की पाई गई। श्री गोयल ने बचाव के लिए एक भाजपा नेता का नाम लिया, लेकिन प्रशासन ने उनकी नहीं सुनी। इसके पहले 16 अगस्त को प्रशासनिक अधिकारियों से रेत मण्डी की घेराबंदी कर। वहां से 9 डंपर व चार ट्रेक्टर ट्रॉली जप्त किए।

...और टीम को देख भागा फड़ संचालक
प्रशासनिक दल चौकसे की धर्मशाला के पास स्थित एक रेत के फड़ पर पहुंचा तो यहां मौजूद सुरेश कुमार गोयल ने मोटरसाइकिल से भागने का प्रयास किया। इस पर नायब तहसीलदार मनीष जैन ने उसका पीछा कर उसे चौकसे की धर्मशाला के पास पकड़ा। श्री गोयल ने बाद में पूछताछ में बताया कि उक्त रेत का भण्डारण शिवपुरी के एक बड़े भाजपा नेता ने कराया है। श्री गोयल ने उक्त नेता का नाम भी लिया, लेकिन प्रशासनिक दल ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया।

फोन ने तहसीलदार को कर दिया चैक
रेत की जप्ती जब प्रशासनिक दल कर रहा था तो उसी दौरान तहसीलदार पाण्डे के मोबाइल पर किसी का फोन आया और श्री पाण्डे ने बातचीत करना शुरू की। उन्होंने क्या बात की। यह तो पता नहीं चला, लेकिन बाद में उन्होंने चिल्लाकर कहा कि किसने मंत्री जी से फोन लगवाया। श्री पाण्डे ने एक मंत्री का नाम भी लिया।