करैरा पुलिस के खिलाफ एकजुट हुईं महिलाएं, सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। करैरा थाना के पीछे स्थित पहाडिय़ा मोहल्ला में विगत दिवस पानी भरने को लेकर हुए संघर्ष में चाकू के हमले से घायल फरियादिया सीमा खटीक ने कल पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर पुलिस की कार्रवाई पर असंतोष जाहिर किया है।

महिला ने अपनी शिकायत में कहा है कि पांचों आरोपियों ने चाकू से उसके हाथ पर प्रहार किया जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई और इसके बाद उसके साथ लूट की भी वारदात की, लेकिन पुलिस ने सिर्फ दो आरोपी महिलाओं आशाबाई खटीक और निशा खटीक के खिलाफ साधारण धाराओं में कायमी कर ली। उनके विरूद्ध भादवि की धारा 323, 294, 506 और 34 के तहत ही प्रकरण दर्ज किया गया। 

पीडि़ता सीमा खटीक ने पुलिस अधीक्षक को दिए शिकायती आवेदन में उल्लेख किया है कि 3 जुलाई को सुबह 8 बजे वह घर के पास लगे नल पर पानी भरने के लिए गई थी। जहां उसके पड़ोस में रहने वाली आशाबाई, निशाबाई, रश्मी खटीक, पूजा खटीक एवं रितिक खटीक ने उसे रोक लिया और उसे गालियां देते हुए उसकी मारपीट कर दी। बाद में आशा ने उसके बाल पकड़कर नीचे गिराने की कोशिश की।

बाद में निशाबाई ने चाकू से उस पर हमला बोल दिया। जिससे उसके हाथ में गंभीर चोट आई। सीमा के घायल होते ही आशाबाई ने गले में पहना हुआ उसका मंगलसूत्र और 10 सोने के मोती और एक सोने का पेण्डल छीन लिया और वहां से भाग खड़ी हुई।

जब इसकी शिकायत करने सीमा अपने पति कन्छेदी के साथ थाने पहुंची तो वहां पुलिस ने उनके बताए अनुसार रिपोर्ट दर्ज नहीं की और पुलिस ने एफआईआर में पांच आरोपियों की जगह दो आरोपियों का उल्लेख किया। सीमा खटीक ने करैरा पुलिस पर आरोप लगाया है कि उसके साथ जानलेवा हमला कर पांच आरोपियों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया है, लेकिन पुलिस ने लूट की जगह मारपीट की धाराओं में कायमी कर आरोपियों को राहत दिलाई है जबकि उक्त आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और उनसे उसे और उसके परिवार वालों को जानमाल का खतरा बना हुआ है। इस आवेदन पर पुलिस अधीक्षक महेन्द्र सिंह सिकरवार ने कार्रवाई का आश्वासन देकर जांच के लिए निर्देष दिए हैं।



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