कांग्रेस में शीघ्र हो सकती नए जिलाध्यक्ष की घोषणा, बैजनाथ और हरवीर के नाम चर्चा में

शिवपुरी। लोकसभा चुनाव के पश्चात कांग्रेस में जिला स्तर पर संगठनात्मक फेरबदल की चर्चाएं शुरू हो गई हैं। भाजपा की लहर में भी शिवपुरी जिले में कांग्रेस का प्रदर्शन लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अधिक निराशापूर्ण नहीं रहा, लेकिन जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव के विधायक पद पर निर्वाचित होने के बाद उनके उत्तराधिकारी की तलाश शुरू हो गई है। रामसिंह यादव ने स्वयं कल शिवपुरी आए सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से उन्हें पद से मुक्त किए जाने का अनुरोध किया था।

सूत्र बताते हैं कि एकाध सप्ताह में या तो नया जिला कांग्रेस अध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा या फिर कार्यवाहक जिलाध्यक्ष की नियुक्ति की जाएगी। नए जिला सदर के लिए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव और सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं। सूत्र यह भी बताते हैं कि यदि प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव जिलाध्यक्ष बने तो हरवीर सिंह को प्रदेश में जि मेदारी दी जा सकती है। 

विधायक पद पर निर्वाचित होने के बाद जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव लगातार पद छोडऩे की इच्छा जाहिर करते रहे हैं। उनका कहना है कि पार्टी में एक व्यक्ति एक पद सिद्धांत का दृढ़ता से पालन होना चाहिए। हालांकि श्री यादव का अध्यक्षीय कार्यकाल संतोषजनक रहा है। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जिले की पांच सीटों में से भाजपा की लहर के बावजूद तीन सीटें जीतने में सफल रही और लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया एक लाख से अधिक मतों से जीते। रामसिंह यादव के विधानसभा क्षेत्र कोलारस में तो सिंधिया लगभग 29 हजार से अधिक मतों से भाजपा प्रत्याशी जयभान सिंह पवैया से आगे रहे। 

सूत्र बताते हैं कि इसी कारण कांग्रेस आला कमान ने रामसिंह यादव के समक्ष  प्रस्ताव रखा था कि वह जिलाध्यक्ष बने रहें और कार्यवाहक जिलाध्यक्ष पद पर नई नियुक्ति पर वह सहमत हो जाएं। इस पर श्री यादव की प्रतिक्रिया रही कि जैसा पार्टी का निर्णय होगा वह पालन करेंगे। लेकिन व्यक्तिगत रूप से वह नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति के पक्ष में है। जिलाध्यक्ष पद की दौड़ में यूं तो अनेक नाम हैं, लेकिन वर्तमान स्थिति में प्रदेश कांग्रेस महामंत्री बैजनाथ सिंह यादव का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है। बैजनाथ सिंह सिंधिया समर्थक हैं और मितभाषी और मृदुभाषी होने के साथ-साथ उनकी प्रशासनिक क्षमता भी बेजोड़ है। 

जिला कांग्रेस चलाने के लिए बैजनाथ सिंह आर्थिक रूप से संपन्न भी हैं। जिलाध्यक्ष पद के लिए बैजनाथ सिंह यादव का नाम तब भी चला था जब रामसिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाया गया था। श्री सिंधिया ने एक समय तो बैजनाथ सिंह यादव को जिलाध्यक्ष बनाना तय कर लिया था, लेकिन जब रामसिंह जिलाध्यक्ष बने तो बैजनाथ सिंह ने इस फैसले को विनम्रता से स्वीकार किया। जिसके पुरस्कारस्वरूप उन्हें प्रदेश महामंत्री बनाया गया। श्री यादव भी कोलारस विधानसभा क्षेत्र के हैं और यादव समुदाय के होने के कारण इस वर्ग की उपेक्षा का आरोप भी कांग्रेस पर नहीं लग सकता। जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद की दौड़ में सांसद प्रतिनिधि हरवीर सिंह रघुवंशी का नाम भी प्रमुखता से चल रहा है। 

हरवीर सिंह जिला कांग्रेस के उन गिने-चुने नेताओं में हैं। जिन्हें संगठन की गहरी जानकारी है और अपने नेता को अपने कर्मों से खुश करने में उन्हें महारथ हासिल है। वर्तमान में भी श्री रघुवंशी रामसिंह यादव के साथ कदम से कदम मिलाकर सक्षमतापूर्वक जिला कांग्रेस चला रहे हैं। उन्होंने सांसद सिंधिया का विश्वास भी जीतने में सफलता प्राप्त की है। श्री सिंधिया के शिवपुरी दौरे में हरवीर सिंह रघुवंशी को विशेष महत्व मिला था। उ मीद यही है कि जिला कांग्रेस अध्यक्ष पद पर बैजनाथ सिंह या हरवीर सिंह रघुवंशी में से किसी एक की ताजपोशी होगी।