शिवपुरी। पिछले दिनों बदरवास में हुए दोहरे हत्याकांड का 48 घंटे के भीतर ही पर्दाफाश हो गया। मामला अवैध रिश्तों का निकला। मृत महिला ने तीन लोगों से शादी की और चौथे युवक से प्रेम संबंध बनाए। इसी के चलते उसकी हत्या कर दी गई। साक्ष्य मिटाने के लिए उसके पिता की भी हत्या हो गई।
यह है मामला
इस पूरे मामले में हत्या की भेंट चढ़ी शाहिदा मुख्य वजह है। जिसमें उसके एक नहीं बल्कि तीन-तीन कथित पति व एक चौथा प्रेमी शामिल रहा। मामले के अनुसार को—आपरेटिव बैंक का सेवानिवृत्त गुलाब खां अपनी माली हालत से जूझ रहा था। ऐसे में उसकी पुत्री शाहिदा अपनी जवानी के तीर से कई प्रेमियों को घायल किए जा रही थी। शाहिदा की पहली शादी भौंती के जमील खां से हुई, बाद में दूसरी शादी लुकवासा के आजाद खां से की, तीसरी कथित शादी संतोष प्रजापति निवासी कुटौदा थाना इंदरगढ़ जिला दतिया से की जबकि चौथे राजेश धाकड़ निवासी बरौंठा से उसके प्रेम संबंध रहे।
ऐसे में तीसरे प्रेमी संतोष प्रजापति ने जब शाहिदा से राजेश के साथ संबंध ना बनाने व उससे दूर रहने की बात कही तो शाहिदा उल्टा संतोष को ही समझाईश दे डाली और उससे 3 लाख रूपयें ऐंठ लिए और ऐसा ना करने पर पुलिस में जाने की धमकी दी। बाद में रूपये लेकर शाहिदा बदरवास आ गई तो यहां बीती 26 जून को संतोष भी बदरवास आया जिसे कुछ लोगों ने देखा और इसके बाद शाहिदा व उसके पिता की लाश की बदबू ही लोगों को सूंघने मिली। जिस पर पुलिस ने मामला संज्ञान में लिया।
ऐसे पकड़ा आरोपी
पुलिस इस अंधे हत्याकाण्ड को सुलझाने में लगी हुई थी। मामले की जांच के लिए अति.एसपी आलोक सिंह व एसडीओपी कोलारस बीके छारी ने घटनास्थल पर रूककर पूरे मामले की पतारसी की। घटना के बारे में मिली जानकारियों पर तुरंत पुलिस बल को दतिया, इंदरगढ़,देवास रवाना किया। जिस पर देवास में संतोष प्रजापति शिक्षा विभाग में चपरासी की नौकरी करते पाया गया। पुलिस ने जब उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारा वाक्या सुना डाला।
संतोष ने इस घटना में शाहिदा की हत्या गला दबाकर की जबकि उसे ऐसा करते हुए शाहिदा के पिता गुलाब खां ने देख लिया तो संतोष ने सिलवटिया उसके सिर पर दे मारी जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। संतोष का कहना है कि शाहिदा उससे रूपये पैसे लेकर अन्य लोगों के साथ अवैध संबंध बना रही थी और उसे जब ऐसा करने से मना किया तो वह उसे ही उल्टा धमकाकर पुलिस में जाने की बात कहने लगी। जिस पर संतोष ने उसे मौत के घाट उतार दिया। इस पूरे घटनाक्रम में बदरवास पुलिस टीम के थाना प्रभारी एमके गौतम, सउनि एसएस तोमर, सुरेश शर्मा, रघुवंशी शामिल रहे। इस घटना को पर्दाफाश करने वाली पुलिस टीम के लिए एसपी ने 5 हजार रूपये का ईनाम देने की घोषणा भी की।