शिवपुरी। अभी कुछ दिन पूर्व ही शिवपुरी समाचार डाट कॉम ने शिवपुरी से जुडे ही व्यापमं घोटाले के तार समाचार प्रकाशित किया था, उसकी सत्यता के प्रमाण तब जुड गए जब एसटीएफ एडीजी ने शिवपुरी एसपी को इस कांड से जुडे कुछ दलालों के नाम दिए। अब शिवपुरी पुलिस उन्हें तलाश रही है।
एसपी शिवपुरी एमएस सिकरवार ने बताया कि एसटीएफ एडीजी भोपाल ने अरविंद पुत्र जगदीश धाकड़ एवं गौरव शर्मा का नाम दिया है। इनमें से अरविंद पोहरी के धोरिया गांव का रहने वाला है, जबकि गौरव ने अपना पता ग्वालियर गांधी रोड का बताया है। एसपी ने सुरक्षा दस्ते को आरोपियों की तलाश में लगा दिया है। पुलिस टीम दो बार धोरिया गांव घूम आई, लेकिन अरविंद का पता नहीं चल सका।
पोहरी का बंटी धाकड़ भी संदेह के घेरे में है। उस पर आरोप है कि उसने आमतला के एक युवक का पीएमटी में सिलेक्शन करवाया। हालांकि पुलिस ने बंटी का नाम उजागर नहीं किया है, लेकिन अधिकारी यह कह रहे हैं कि कुछ और भी नाम हमारे पास हैं, जिनकी गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है।
गौरतलब है कि पटवारी एवं संविदा शिक्षक बनने के लिए शिवपुरी के भी हजारों आवेदकों ने व्यापमं की परीक्षा दी थी। जब परिणाम आया तो एक ही घर से दो-तीन लोग पटवारी बन गए। इतना ही नहीं पूरी सूची में आधे से अधिक पटवारी धाकड़ समाज के ही हैं। उस समय भी यह मामला तूल पकड़ा था, लेकिन फिर उसे दबा दिया गया। अब जबकि व्यापमं का घोटाला सामने आया है तो अब वे नाम फिर से सामने आने लगे हैंए जो लेनदेन करके सरकारी नौकरी पा गए।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इन नामों के अलावा भी कुछ नाम उनके पास हैं। जिनकी गोपनीय जांच चल रही है। खास बात यह है कि भर्तियों में फर्जीवाड़े के लिए शिवपुरी हमेशा ही चर्चित रहा है। तीन साल पूर्व फर्जी दस्तावेज के आधार पर पटवारी एवं रोजगार सहायक बनने वाले 17 आरोपियों पर एफआईआर के आदेश हुए, लेकिन प्रकरण एक पर भी दर्ज नहीं हुआ।
इस संदर्भ में शिवपुरी समाचार द्वारा उठाए गए मामलों को पढ़ने के लिए क्लिक करें
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