पिछोर जनपद घोटाला: शिकायतकर्ता और जांच अधिकारी के बीच तनाव

शिवपुरी। दस माह पूर्व जनपद पंचायत पिछोर में हुईं वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत की जांच जिला स्तर पर चल रही है। शिकायतकर्ता केवल हर बार तारीखों पर चक्कर लगाकर परेशान है, बल्कि उसने तो जांच कमेटी के सदस्यों पर अभद्र व्यवहार करके दबाव बनाने का आरोप लगाया है।

जीवनलाल जाटव ने अक्टूबर 2013 को कलेक्टर शिवपुरी के समक्ष जनपद पंचायत पिछोर में हुईं वित्तीय अनियमितताओं की प्रमाणित शिकायत की थी। जिस पर कलेक्टर ने तीन सदस्यीय कमेटी में डिप्टी कलेक्टर मुकेश शर्मा, परियोजना अधिकारी जिपं केके शर्मा एवं लेखाधिकारी नीरज विजयवर्गीय को जांच सौंप दी।

जांच के दौरान यह भी कहा गया कि जनपद से रिकार्ड गायब हो गया है। जान बूझकर जांच लटकाने से परेशान होकर शिकायतकर्ता ने पीजी सेल में भी आधा दर्जन शिकायत कर दीं। जिसकी जांच भी डिप्टी कलेक्टर मुकेश शर्मा द्वारा की गई।

शिकायतकर्ता का कहना है कि जनपद से पत्र जारी कर मुझे धमकाया जा रहा है कि तुम अपनी शिकायत वापस लो, नहीं तो रिकार्ड गायब करने की एफआईआर दर्ज करा देंगे।

मेरे साथ की अभद्रता
मैं 16 जून को जांच कमेटी के बुलाने पर शिवपुरी गया था। जहां जांच अधिकारियों ने दोषी कर्मचारी को अपने साथ बिठा रखा था। मैने जब इसका विरोध किया तो कमेटी सदस्य नीरज विजयवर्गीय ने मेरे साथ अभद्र व्यवहार करते हुए भगा दिया।
जीवनलाल जाटव, फरियादी

कोई अभद्रता नहीं हुई
जांच जारी है हर तारीख पर कमेटी के सभी सदस्य बैठते हैं। शिकायतकर्ता से कोई अभद्रता नहीं की गई। रिकार्ड गायब होने की बात तो जनपद सीईओ ही बता पाएंगे। जांच अभी जारी हैए पूरी होने पर रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप देंगे।
मुकेश शर्मा
डिप्टी कलेक्टर एवं जांच अधिकारी

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