होने लगी जेल वारंटों की तामीली, पूर्व सरपंच पहुंचा जेल

शिवपुरी। शासकीय राशि की बसूली हेतु खजूरी के पूर्व सरपंच खैरू पुत्र गयालाल कुशवाह के विरूद्ध एसडीएम डीके जैन ने जेल वारंट जारी किया था, लेकिन सिरसौद के थाना प्रभारी की लापरवाही के कारण वारंट की तामीली नहीं हो पा रही थी, जब यह मामला मीडिया के संज्ञान में आया तो इस मामले में समाचारों का प्रकाशन किया गया जिस पर प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लिया और अब जेल वारंट की तामीली शुरू कर दी गई है। इस की कार्यवाही जेल वारंट की तामीली के रूप में हुई और पूर्व सरपंच खैरू को जेल भेज दिया गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गत तीन दिन पूर्व ही 11 जुलाई को प्रकाशित खबर ''6-6 महीने तक जेल वारंट तामील नहीं कर रहे हैं थाना प्रभारी ÓÓ पर कार्यवाही करते हुए एक सरपंच को जेल पहुंचाया गया जबकि अन्य वारंटों की तामीली शुरू हो गई। यहां बताया गया था कि ग्राम पंचायत खजूरी के तत्कालीन सरपंच खेरू पुत्र गयालाल कुशवाह के विरूद्ध 2 लाख 91 हजार रूपये की शासकीय राशि की बसूली हेतु जेल वारंट सिरसौद थाना प्रभारी तामीली हेतु जारी किया गया था। एसडीएम डीके जैन ने जेल वारंट बनाकर सिरसौद थाना प्रभारी को 15 दिन में आरोपी को जेल भेजने के निर्देश दिए थे, लेकिन थाना प्रभारी ने जेल वारंट का निर्वहन नहीं किया। समाचार प्रकाशित होने के बाद सिरसौद पुलिस सक्रिय हुई और पूर्व सरपंच को गिर तार कर जेल भेज दिया गया।

विदित हो कि आरोपी सरपंच पर आरोप है कि उसने खजूरी विद्यालय में अतिरिक्त कक्ष के निर्माण हेतु 2 लाख 38 हजार रूपये की राशि आहरित की। भैंसोरा में शौचालय निर्माण हेतु वर्ष 2011-12 में 53 हजार 200 रूपये की राशि का आहरण किया, लेकिन न तो अतिरिक्त कक्ष और न ही शौचालय का निर्माण किया गया। इस मामले में 2 लाख 91 हजार रूपये की बसूली हेतु तत्कालीन सरपंच और सचिव के विरूद्ध कार्रवाई की गई। सचिव ने तो अपने हिस्से की राशि जमा कर दी थी, परंतु पूर्व सरपंच खैरू ने राशि जमा नहीं की। इस कारण उन्हें जेल की हवा खानी पड़ी।