ये बीपीएल की सूची या इनकम टैक्स जमा करने वालो की

शिवपुरी। शिवपुरी की नपा जो धन्यवाद के पात्र है अब उसने सरकार के ध्यानआर्कषण कह लो या कह या कह लो फालतू बैठी नपा के कर्मचारियों ने सौचा की चलो काम कर लो, ऐसे में पीडीएस में कालाबाजारी के लिए खोजा नया रास्ता। जिसमें फूड से टी एक्ट के तहत तैयार सूची में जोड़ दिए संपन्न लोगों के नाम।

यहां बताना होगा कि गरीब परिवारों को दो वक्त का भोजन मुहैया कराने के लिए लागू किए गए फूड से टी एक्ट में भी पीडीएस की कालाबाजारी करने वाले लोग सेंधमारी करने की तैयारी कर चुके हैं। ताजा मामला शिवपुरी शहर के वार्ड क्रमांक 31 का है जहां 80 लोगों की ऐसी सूची सामने आई है जिसमें प्रोफेसर, इंजीनियर,शोरूम संचालक ही नहीं सरकारी रिटायर्ड कर्मचारियों के नाम से ही फूड कूपन जारी कर दिए गए।

अभी तो ये संपन्न लोग भी हैं सूची में शामिल
महेश बाबू झा, सिंचाई विभाग में क्लर्क, भीकम चंद्र जैन बैंककर्मी, बृजकिशोर श्रीवास्तव उपयंत्री, अरुण सोलापुरकर उपयंत्री,नक्टूराम कुशवाह क्लर्क, प्रदीप कुमार सक्सेना ड्रा टमैन, सुधुर कुमार गर्ग ड्रा टमैन, अरुण कुमार झाक्लर्क, छविराम गोस्वामी शासकीय सेवक,  सुदामा पांडेय सेवानिवृत्त फ ॉरेस्टकर्मी,सुबरन चंदेल सेवानिवृत्त पुलिसकर्मी, महेश पंजाबी रिटायर्ड शिक्षा विभाग, अनिल कपूर जनपद क्लर्क,
लेक्चरार दंपति इंजीनियर भी सूची में शामिल है। इसके अलावा वार्डक्रमांक 31 में रहने वाले पवन श्रीवास्तव एवं उनकी पत्नी ममता श्रीवास्तव शहर के शासकीय स्कूल में लेक्चरर हैं लेकिन उनके नाम भी फू ड सूची में शामिल हो चुके हैं। 

शोरूम इंडस्ट्री के मालिक फिर भी चाहिए सस्ता खाद्यान्न शहरके दो बत्ती चौराहे पर स्थित विजयवर्गीय शोरूम के संचालक आशीष के पिता हरीशंकर विजयवर्गीय का नाम भी सूची में शामिल है। वहीं स्टील इंडस्ट्रीज संचालित करने वाले रामदास लोधी भी सूची में दर्ज हैं। 

एनजीओ संचालिका सुश्री शैला अग्रवाल को बताया मंदबुद्धि अनाथ बच्चों का पालन पोषण करने वाली एनजीओ संचालिका एवं एडवोकेट शैला अग्रवाल एवं उनके पिता के नाम के आगे मंदबुद्धि बहुविकलांग व्यक्ति अंकित है। जबकि शैला के पिता रिटायर्ड प्रोफेसर हैं। 

वार्ड 31 में मुरारीलाल शर्मा के पास पक्का मकान आठ भैंस होने से दूध का धंधा है। उनके परिवार के पांच सदस्यों के नाम से बीपीएल कार्ड कूपन जारी हैं। जिसमें कमलकिशोर शर्मा हरिओम शर्मा बैजंती बाई शर्मा एवं रतीराम शर्मा शामिल हैं।

इनका कहना है-
यदि इस तरह के नाम सामने आएंगे तो हम उसकी जांच करवाकर पहले तो उन्हें कटवाएंगे। साथ ही जो भी इसमें जि मेदार होंगेए उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
डी.के.जैन
एसडीएम एवं प्रभारी सीएमओ नपा

मेरा नाम तो अनाथ बच्चों का पालक होने के नाते जोड़ा होगा, जबकि मेरे मंदबुद्धि भाई के पालक के रूप में पिता का नाम होगा। यदि हमारे नाम के आगे मंदबुद्धि लिखा है, तो इस त्रुटि को मैं सुधरवाऊंगी।
शैलाअग्रवाल
एनजीओ संचालिका

राशनकार्ड इसलिए बनवाते हैं ताकि गैस कनेक्शन आदि कार्यों में काम सके। हमें नहीं पता कैसे नाम जोड़ दिया गया। वैसे वार्ड में इस नाम का दूसरा कोई नहीं हैए एक हरी विजयवर्गीय हैं तो वे ग्राम रातौर में रहते हैं।
हरीशंकर विजयवर्गीय

मैं खुद प्रोफेसर हूं और मेरी पत्नी लेक्चरार हैं हमें तो 1 रुपए किलो गेहूं की जरूरत है और ही हमने कोई लाभ लिया है। हमें तो पता ही नहीं है कि उस सूची में हमारा नाम भी शामिल किया है।
पवनश्रीवास्तव
प्रोफेसर


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