कोलारस। इन दिनों कोलारस अंचल में ही नहीं वरन पूरे प्रदेश में शासन द्वारा विद्यार्थीयों के भविष्य को सुरक्षित करने हेतु चाइल्ड आईडी वनाने का कार्य चल रहा है। जिससे शासन द्वारा विद्यार्थीयों के हित में चलाई जा रही योजनाओं का सीधा लाभ विद्यार्थीयों को मिल सके।
लेकिन जैसा कि देखने में आ रहा है कि अधिकारी कर्मचारियों की इस कार्य में कोई रूचि देखने को नहीं मिल रही है। जवकि शिक्षकों में इस कार्य के प्रति काफी संवेदनशील है, जो कि आये दिन संवंधित विभागों के चक्कर लगाते देखे जा रहे है। कोलारस के जनपद पंचायत में इन दिनों इन्ही चाइल्ड आईडी पर काम चल रहा है ,लेकिन वह भी अधूरा है। इसका कारण कोलारस वीआरसीई की उदासीनता और भ्रष्ट नीतियां है। चाइल्ड आईडी वनाने का कार्य तो चल रहा है परंतु इसकी मैपिंग का कार्य जो कि कोलारस वीआरसीई का है। उसके स्थान पर निजी दुकानदारों को दे दिया गया है। जो अवैध रूप से शुल्क लेकर चाइल्ड आईडी की मैपिंग का कार्य कर रहे है। इस कार्य के लिए दुकानदार एक छात्र से 10 रूपए ले रहा है जबकि ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।