शिवपुरी। जनता की समस्याओं और सेवा के लिए कार्य करने वाली पुलिस का एक चेहरा ऐसा भी है कि वह फरियादी की रिपोर्ट तो क्या उसकी रक्षा करने में भी आरोपियों का साथ देती है। एक शिकायती आवेदन में अपनी आपबीती सुनाते हुए ग्राम करई थाना सुरवाया निवासी उत्तम पुत्र काशीराम जाटव ने बताया कि वह अपने घर से शिवपुरी की ओर प्लेटिना बाईक एम पी 33 एमई 9304 से जा रहा था कि तभी देहात थाना क्षेत्र के घसारई के निकट उसे रामवीर गुर्जर ने रोका और जबरन उत्तम की बाईक छीनकर मौके से फरार हो गया।
जब इस घटना की सूचना उत्तम ने पुलिस थाना देहात को की तो यहां उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई बल्कि पुलिस ने अपना फर्ज निभाते हुए उत्तम की बाईक के मामले की सूचना को लेकर आरोपी रामवीर गुर्जर के घर पहुंच गए। जहां रामवीर ने देहात थाना पुलिस के राधेपुरी के सामने ही फरियादी उत्तम के गाल पर जोर का तमाचा जड़ दिया और पुलिस मूकदर्शक बनकर सब देखती रही। इस तरह पुलिस के सामने फरियादी की मारपीट होना पुलिस की वर्दी पर सवालिया निशान लगाती है।
थाना प्रभारी देहात को भी चाहिए कि वह अपने अमले पर अपनी निगरानी रखे और ऐसे पुलिसकर्मियों के खिलाफ स त कार्यवाही करें जो फरियादी की सुरक्षा तो दूर उसे आरोपी के समक्ष लेकर मारपीट कराने पर उतारू हो जाए। अब इस मामले में फरियादी उत्तम ने पुलिस अधीक्षक को आवेदन के माध्यम से उक्त पुलिसकर्मी राधेपुरी व आरोपी रामवीर गुर्जर के खिलाफ स त कार्यवाही कर उसे उचित न्याय दिलाया जाए। बताया जाता है कि इस मामले में पुलिस आरोपी रामवीर का साथ दे रही है और उल्टे फरियादी उत्तम पर रामवीर के 30 हजार रूपये उधार लेेने की बात कही लेकिन उत्तम ने किसी भी प्रकार का कोई लेनदेन रामवीर से नहीं किया और इस तरह बीच रास्ते में उत्तम को रोका और बाईक लूटकर भागा।
जिसके तहत इस पर कार्यवाही होना चाहिए लेकिन पुलिस की हठधर्मिता और आरोपी से मिलीभगत के चलते यह कार्यवाही नहीं की गई। फरियादी उत्तम का कहना है कि आरोपी रामवीर द्वारा की गई मारपीट के मामले में भी पुलिस को सूचित किया गया जिस पर पुलिस ने उसकी ना तो रिपोर्ट लिखी और ना ही मेडीकल कराया इसलिए आरोपी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। ऐसे में अब इस तरह के मामले यदि सामने आए और फरियादी की जगह आरोपी का साथ देगी तो कैसे पुलिस जनता के हितों की रक्षा करेगी, यह सवालअपने आप में ही खड़ा होने लगा है।