प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई करें: कलेक्टर को मिले निर्देश

शिवपुरी। लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त एसके पॉल ने निजी स्कूलों की मनमानी के खिलाफ कार्रवाई के लिए कलेक्टर को पत्र लिख धारा 144 का उपयोग करने की सलाह दी है। इस पत्र में ऐसे स्कूल जो यूनिफार्म, किताबें एवं अन्य सामग्री के नाम पर अभिभावकों को लूट रहे हैं । उनके खिलाफ धारा 144 के तहत कार्रवाई करने कही है।

आयुक्त ने अपने पत्र क्रमांक 735- 2014 में प्रदेश के सभी कलेक्टरों को सलाह दी है कि निजी स्कूलों की मोनोपॉली को नियंत्रित किए जाने की आवश्यकता है। स्कूल शिक्षा विभाग के राज्य मंत्री दीपक जोशी भी इसी के पक्ष में है। आयुक्त ने लोकहित में सभी कलेक्टरों को सलाह दी है कि वह धारा 144 का उपयोग कर सकते हैं। इस पत्र के साथ भिंड, इंदौर और धार के कलेक्टरों द्वारा दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निजी स्कूलों पर जो कार्रवाई की गई। उसके आदेशों की प्रति भी सभी कलेक्टरों को भेजी है।

जांच के दौरान यह बात सिद्ध भी हुई है कि डीपीसी की रिपोर्ट कलेक्टर के पास है, फिर भी कार्रवाई करने से प्रशासन पीछे क्यों हट रहा है। जिस तरह से इंदौर और धार में धारा 144 का उपयोग हुआ वह शिवपुरी में क्यों नहीं हो रहा । इस शैक्षणिक सत्र में ही कार्रवाई नहीं हुई तो अगली बार भी वही हालात फिर निर्मित होंगे और बच्चों के अभिभावकों को निजी प्रकाशकों की महंगी किताबें थमा दी जाएंगी। इसलिए जांच में दोषी पाए गए स्कूल संचालकों पर कार्रवाई होना चाहिए।

DPC की जांच पर कार्रवाई ठंडे बस्ते में
बीते रोज निजी स्कूलों की मोनोपॉली के खिलाफ शिवपुरी के कई अभिभावकों ने रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया था।  इस ज्ञापन के बाद कलेक्टर ने डीपीसी शिरोमणि दुबे को जांच के निर्देश दिए थे।  डीपीसी ने जांच के दौरान पाया कि कई निजी स्कूलों में मप्र पाठ्य पुस्तक निगम और एनसीईआरटी की किताबें नहीं चल रहीं हैं।  निजी प्रकाशकों की किताबें चलाकर मनमानी की जा रहीं हैं। कई स्कूलों में फीस मनमाने ढंग से बढ़ाई गई है और प्रवेश शुल्क के नाम पर भी हर साल वसूली हो रही है।  इस रिपोर्ट को डीपीसी ने एक माह पहले कलेक्टर को सौंप दिया है भी कोई कार्रवाई नहीं हुई।

अब CBSE के आदेश का इंतजार कर रहे हैं कलेक्टर
एनसीईआरटी के बजाय निजी प्रकाशकों की किताबें बच्चों को दी उनके बारे में सीबीएसई को पत्र लिखा है वहां से जवाब आ जाए उसके बाद कार्रवाई करेंगे। इसके अलावा लोक शिक्षण संचालनालय के आयुक्त का जो पत्र है उस आधार पर भी कार्रवाई कर रहे हैं। सभी स्कूलों से कहां है कि वह एक स्थान से ड्रेस व किताबें न बेचे। बल्कि इसके लिए तीन से अधिक स्थान निश्चित करें। इसके बाद भी स्कूल संचालक नहीं माने तो कड़ी कार्रवाई करने से नहीं चूकेंगे।
आरके जैन
कलेक्टर, शिवपुरी