चारों तरफ से घिरे हुए हैं सिंधिया, आसान नहीं है इस बार का चुनाव

शिवपुरी। लोकासभा में गुना से प्रत्याशी ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए यह चुनाव आसान नहीं है। वो चारों ओर से घिरे हुए हैं। भाजपा ने तो जैसे उनपर प्रचार का परमाणू बम पटक दिया है। मोदी से शुरू हुआ प्रचार सुषमा स्वराज पर खत्म होने जा रहा है। इसके विरुद्ध सिंधिया कोई स्टार प्रचारक नहीं ला पाए।

गुना सीट पर इस बार लोकसभा का चुनाव बहुत तीखी तकरार में तब्दील हो चुका है। पहली बार यहां पूरी की पूरी भाजपा एकसाथ सिंधिया से जूझती दिखाई दे रही हैै। भाजपा के पीएम पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी तक यहां आमसभा को संबोधित कर चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान ने भी यहां कई सभाएं लीं। इसके अलावा भाजपा के कई दिग्गज यहां सिंधिया के खिलाफ जनसंपर्क करके जा चुके हैं। भाजपा के इस प्रचार अभियान का समापन भी लोकसभा में नेताप्रतिपक्ष सुषमा स्वराज की सभा के साथ होने जा रहा है।

इसके विरुद्ध ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थन में अभी तक ऐसा कोई भी लोकप्रिय चेहरा दिखाई नहीं दिया है। सिंधिया अपने बाहरी समर्थकों एवं परिवारजनों के सहारे ही चुनाव लड़ रहे हैं। हालात यह हैं कि सिंधिया को अपने नाबालिग युवराज तक को जनसंपर्क के लिए गली गली भेजना पड़ा। माना जा रहा था कि इस बार गुना शिवपुरी की जनता को राहुल गांधी के साक्षत दर्शन मिल जाएंगे, लेकिन ऐसा भी नहीं हुआ। कुल मिलाकर सिंधिया सपरिवार अकेले पूरी भाजपा से जूझ रहे हैं।

इसके अलावा सिंधिया को अपने विरोधियों से भी काफी खतरा है। कांग्रेस मे ही सिंधिया विरोधियों की कोई कमी नहीं है जो खुलेआम सिंधिया के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं। कुछ नए बागियों की सक्रियता भी सिंधिया के नुक्सान को बढ़ा रही है। इतना ही नहीं सिंधिया के अपने  चुनाव प्रबंधकों का ईगो भी जमीनी कार्यकर्ताओं को उनसे दूर कर गया है।

अब देखना रोचक होगा कि पब्लिक ऐसे हालात में किसे चुनती है। भाजपा के चुनावी अभियान से प्रभावित होती है या परंपरा का पालन करती है।