बांकड़े मंदिर पर विशाल कलश यात्रा के साथ श्रीमद् भागवत कथा प्रारंभ

शिवपुरी। शहर से लगभग 8 किमी दूर स्थित प्रसिद्ध प्राचीन सिद्ध क्षेत्र स्थल श्री बांकड़े हनुमान मंदिर पर अष्टोत्तरशत संगीतमय श्रीमद् भागवत कथा का भव्य शुभारंभ आज नगर में विशाल कलश यात्रा के साथ हुआ।

जहां महिलाऐं सिर पर रखकर चल रही थी तो वहीं दूसरी ओर पुरूष वर्ग भी सिर पर श्रीमद् भागवत कथा रखकर शोभायात्रा में शोभायमान हो रहे थे। इन सभी के पीछे नगरवासियों को अपने आर्शीवाद से पल्लवित करते श्री बांकड़े हनुमान मंदिर के महंत व प्रसिद्ध श्रीमद् भागवत कथा मर्मज्ञ डॉ.गिरीश जी महाराज व महंत गिरिराज जी महाराज रथ पर सवार होकर चल रहे थे। 

नगरवासियों ने इस पुण्य लाभ को अर्जित करने के लिए पलक पांवड़े बिछाकर नगर में मॉं राज राजेश्वरी दरबार से निकली इस भव्य शोभायात्रा का जोरदार स्वागत किया। कहीं स्वल्पाहार तो कहीं मिष्ठान तो कहीं पेयजल के साथ-साथ नगर में चहुं ओर पुष्पवर्षा के साथ आगवानी की गई। इस दौरान कथा में भाग लेने वाले सभी यजमान पुरूष-महिलाओं ने इस शोभायात्रा में शामिल होकर यह पुण्य लाभ अर्जित किया। 

डॉ.गिरीश महाराज ने बताया कथा का महत्व

शोभायात्रा नगर से होती हुई कथा स्थल श्री बांकड़े हनुमान मंदिर पहुंची जहां विधि-विधान से पूजा अर्चना किया गया तत्पश्चात व्यासपीठ से श्रीमद् भागवत कथा मर्मज्ञ डॉ.गिरीश जी महाराज ने श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन एवं उसके महत्व पर प्रकाश डाला ओर कहा कि ठाकुरजी की सेवा सबसे बड़ी सेवा होती है और इनकी आराधना करने के लिए श्रीमद् भागवत पाठ से उत्तम कोई अन्य कार्य नहीं इसलिए श्रीमद् भागवत कथा के आयोजन मात्र से आयोजक ही नहीं वरन् समस्त प्राणियों के प्राण तर जाते है जीवन में आने-वाले उतार चढ़ाव में श्रीमद् भागवत कथा श्रवण हर प्रकार की समस्या और व्यवधान से मुक्ति दिलाने में सहायक है इसलिए जब भी कहीं कथा सुनें या जानकारी मिले तो तत्काल ठाकुरजी की सेवा के अवसर का एक भी पल ना गंवाऐं और कथा श्रवण कर अपने जीवन को सार्थक करें। कथा के प्रथम दिन में यजमानों को अन्य जानकारियां भी प्रदान की गई व कथा स्थल पर हजारों की सं या में धर्मप्रेमीजन मौजूद रहे जिन्होंने इस पुण्य लाभ में अपना सहयोग प्रदान कर धर्मलाभ प्राप्त किया।