घर से गायब नाबालिग डेढ़ माह से बेसुराग

शिवपुरी। अक्सर देखने में आया है कि कच्ची उम्र जिसे नाबालिग और बालिग के बीच का समय कहते है ऐसे में बच्चों का पैर फिसलना स्वाभाविक ही है लेकिन परिजन यदि उन्हें समय रहते संभाल लें तो शायद वह होने वाली अनहोनी को होनी में बदल दें।

यह सब इसलिए कहा जा रहा है क्योंकि जिले के नया अमोला थाना क्षेत्र से लगभग डेढ़ माह से गायब बालिका के परिजनों को संदेह है कि कहीं उनकी नाबालिग पुत्री किसी प्रेमजाल में फंसकर गायब तो नहीं हो गई। हालांकि इस बात में कितनी सच्चाई है यह काम पुलिस का है। 

फिलवक्त तो डेढ़ माह से गायब नाबालिग की सरगर्मी से तलाश पुलिस को भी है और वह अपने स्तर से बालिका को ढूंढने का कार्य भी कर रही है लेकिन आज डेढ़ माह के बाद भी बालिका का कोई अता-पता ना होने से ना केवल पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई है बल्कि परिजन भी इस मामले को लेकर काफी परेशान है।

पुलिस ने पिता की रिपोर्ट पर गुमशुदगी सहित एक आरोपी युवक के विरूद्ध धारा 363, 366 आईपीसी सहित 3/4 बाल-बालिकाओं पर समलैंगिकों के संरक्षण अधिनियम 2012 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है। बताया गया है कि बालिका नया अमोला कॉलोनी नंबर 4 से गायब हुई जिसका डेढ़ माह के बाद भी कोई सुराग नहीं लग सका।

प्रधान आरक्षक महेश सिकरवार से मिली जानकारी के अनुसार 16 नबंवर 2013 को नाबालिग बालिका के पिता रूपसिंह जाटव ने पुलिस को अपनी पुत्री की गुमसुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी। बाद में पुलिस ने शिकायत की जांच की तो ज्ञात हुआ कि बालिका कक्षा 10 की छात्रा है और पिछले 2 वर्ष पहले हरिजन छात्रावास करैरा में वह 10 वीं की पढ़ाई के लिए छात्रावास में रही थी। 

जहां उसका परिचय आरोपी नीरज बाल्मिक पुत्र बाबूलाल बाल्मिक हाल निवासी हरिजन छात्रावास के पास करैरा से हो गया था, लेकिन इस बीच दोनों की मित्रता की जानकारी नाबालिग के परिजनों को लग गई। जिस पर परिजनों ने बालिका को 10 वीं में फेल हो जाने के बाद छात्रावास से घर बुला लिया और वह अपने घर पर रहने लगी। बाद में कई बार आरोपी ने उससे संपर्क साधा, लेकिन वह बालिका से नहीं मिल सका और 15 नबंवर को आरोपी बालिका के घर पहुंचा और वहां से बालिका को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गया, लेकिन अभी तक आरोपी और बालिका का कोई सुराग नहीं लग सका है। 

इस तरह बालिका गायब रहना पुलिस के लिए भी सिरदर्द साबित हो रहा है तो वहीं नाबालिग के परिजन भी परेशान है कहीं किसी अनहोनी का शिकार वह नाबालिग ना हो जाए इसी फिक्र में परिजन सुबह-शाम युवती की तलाश करने में लगे है। बताया गया है कि जब से आरोपी युवक नाबालिग के घर पहुंचा तब से लेकर आज दिनांक तक वह गायब है फिलहाल तो पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है लेकिन गायब बालिका ना मिलने से पुलिस की मुश्किलें कम होने वाली नहीं। मामला जांच में है।