पुलिस की कार्यप्रणाली कठघरे में: पुराने मामले बने पुलिस के लिए सिरदर्द

शिवपुरी-बीते दो माह से लगभग आधा दर्जन से अधिक मामले ऐसे है जो आज भी पुलिस के लिए सिरदर्द साबित हो रहे है कारण साफ है कि पुलिस कोतवाली थानांतर्गत जितने भी मामले सामने आए वह सभी बड़ी घटनाऐं रही और इन घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधी अब भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
बात चाहे शिव कॉलोनी में हुई डकैती की हो या कमलागंज में घर में घुसकर दिन दहाड़े चोरी अथवा न्यू ब्लॉक क्षेत्र में इंजीनियर के घर डाके की, इन सभी मामलो में पुलिस की कार्यप्रणाली कठघरे में खड़ी नजर आती है। इसके बाद भी बढ़ते अपराधों पर पुलिस का अंकुश नहीं लग पा रहा और यह समस्याऐं दिन प्रतिदिन पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाती है कि आखिरकार इन मामलों का खुलासा कब होगा। यह बात अलग है कि पुलिस इन घटनाओं से सबक लेते हुए चुनाव बाद टे्रस करने की बात कहती है लेकिन क्या तब तक बढ़ते अपराध यूं ही बढ़ते रहेंगें, यह एक गंभीर विषय है और इसके लिए पुलिस को अपनी कार्यप्रणाली में ही बदलाव करना आवश्यक है ताकि अपराधों को समय रहते नियंत्रण पाया जा सके। फिलहाल तो मतगणना होने के बाद पुलिस का ध्यान ओर होने की संभावना है। अब देखना होगा कि इन मामलो का खुलासा पुलिस किस तरह करेगी।

    यहां बता दें कि बीती 8 अक्टूबर को शहर के बीचों बीच कमलागंज क्षेत्र में एक मूकबधिर महिला के घर दिन दहाड़े अज्ञात बदमाशों ने घर में घुसकर चोरी की वारदात को अंजाम दिया। जब इस घटना के बारे में महिला को भनक लगी तो उसने इन बदमाशों का विरोध भी किया लेकिन बदमाशों को इस लाचार महिला पर जरा भी तरस नहीं आया और लूटपाट के बाद भी महिला के साथ मारपीट कर डाली। जिसका परिणाम यह हुआ कि मूकबधिर महिला को गंभीर हालत में जिला चिकित्सालय रैफर किया जहंा से इसकी गंभीर हालत को देखते हुए ग्वालियर भेजा गया, लेकिन घटना के कुछ समय बाद महिला को आखिकार उपचार के बाद भी बचाया नहीं जा सका और उसकी मौत हो गई। इस घटना से जैन समाज में आक्रोश पनपा और आरोपी बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए प्रदर्शन व ज्ञापन भी सौंपा लेकिन यह घटना आज भी पुलिस के लिए सिरदर्द ही साबित हुई क्योंकि पुलिस एक कदम भी आगे नहीं बढ़ सकी।
    इसके बाद दूसरी घटना की बात करें तो 31 अक्टूबर की मध्यरात्रि को शहर की शिव कॉलोनी में सरेआम रात्रि के समय चड्डी-बनियान गिरोह व कंजर गिरोह कहें ऐसी ही सूरत के कुछ बदमाशों ने संतोष पाराशर के घर डाका डाला और मॉं-बेटे की जमकर मारपीट करते हुए उन्हें लहुलुहान कर दिया, इसके बाद भी लगभग 8 से 10 लाख रूपये की डकैती को इन बदमाशों ने अंजाम दिया और जब घर की बहू जागी तो उसने भी घटना का विरोध किया तो यहां बदमाशों ने इस महिला के साथ भी जमकर मारपीट की। इस घटना ने घायल संतोष पाराशर की पत्नि पर ऐसा असर डाला कि आज भी उस घटना को याद करती है तो सिहर जाती है इस तरह की घटनाओं से आज भी ना केवल संतोष पाराशर का परिवार बल्कि अन्य आसपास के लोग भी भयभीत है। इसके बाद भी यहां बदमाशों की घटनाओं में कमी नहीं आई और अभी पांच दिनों पहले ही शिव कॉलोनी में पुन: एक गिरोह ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। इस घटना में भी लाखों रूपये का माल चोर समेटकर ले गए।

    इन घटनाओं के साथ ही एक और बड़ी घटना शहर के मध्य न्यू ब्लॉक मध्यदेशीय अग्रवाल धर्मशाला के निकट हुई। जहां एक इंजीनियर के घर को अज्ञात चोरों ने अपना निशाना बनाया और इस घर में भी लाखों की डकैती को अंजाम देकर मौके से फरार हो गए। यहां इंजीनियर परिवार घर से बाहर था और इस सूने घर पर अज्ञात चोरों ने अपनी पैनी नजर डालकर यहां डाका डाला। इसके बाद अलसुबह होने पर जब लोगों ने देखा तो उनके होश उड़ गए, यहां पुलिस की गश्त व्यवस्था को धता बताकर शहर के मध्य हुई चोरी से पुलिस की कार्यप्रणाली पर दाग लगा जो कि आज तक लगा हुआ है। इन सभी घटनाओं के बाबजूद भी चेारों या बदमाशों की गतिविधियां निरंतर जारी बनी हुई है जिन्हें रोकने के लिए प्रयास जारी है।