हाय मंहगाई: बच्चों को रोटी खिलाने के लिए गेंहू की बोरी चुराई

शिवपुरी। रोजगार गारंटी के दावे और मंहगाई की मार का इससे बड़ा उदाहरण कोई हो ही नहीं सकता कि एक बेरोजगार मजदूर ने अपने बच्चों को दो वक्त की रोटी मुहैया कराने के लिए पड़ौसी के घर से मात्र 50 किलो वजनी गेंहू की बोरी चुरा ली। पुलिस ने उसे अरेस्ट कर जेल भेज दिया है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार नरेश जाटव पुत्र बाबूलाल जाटव निवासी छर्च का मकान गांव में ही स्थित है और बीते 3 दिसम्बर को नरेश की पत्नी अपने मायके चली गई थी और नरेश घर पर अकेला था। रात्रि के समय वह खाना खाने के लिए गांव में रहने वाले अपने रिश्तेदार के घर में ताला लगाकर चला गया और रिश्तेदार के यहां पर सो गया। तभी रात्रि के समय आरोपी शेरसिंह पुत्र कोमल जाटव वहां आया और घर का ताला तोड़कर अंदर घुस गया और वहां एक कट्टे में रखे 50 किलो गेहूं उठाकर अपने घर ले गया।

जब वह गेहूं अपने घर ले जा रहा था तो कट्टा फटा होने के कारण गेहूं के दाने रास्ते में गिरते चले गए और आरोपी के घर तक गेहूं बिखरे दिखे। जिसकी जानकारी सुबह नरेश को लगी और उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने जब छानबीन की और रास्ते में गेहूं के बिखरे पड़े दानों के सहारे वह आरोपी के घर पर पहुंच गई और वहां से गेहूं भी बरामद कर लिए और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने जब आरोपी से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसके परिवार की आर्थिक स्थिति बदतर बनी हुई है और बेरोजगारी के चलते घर में अन्न का दाना तक नहीं बचा है। परिवार को भोजन का बंदोबस्त करने के लिए उसे यह कदम उठाना पड़ा।