शिवपुरी में आ रहा है आरजीपीवी का नया इंजीनियरिंग कॉलेज

भोपाल। राजीव गांधी प्रोद्यौगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) अगले सत्र में शिवपुरी में अपना नया इंजीनियरिंग कॉलेज शुरू करने जा रहा है। खास बात यह है कि इन कॉलेजों को खोलने के लिए एनटीपीसी सौ करोड़ रुपए से सहयोग कर रहा है।

शिवपुरी के अलावा झाबुआ, शहडोल एवं सिरोंज में कॉलेज खोलने के लिए प्रस्तावित हैं। आरजीपीवी प्रशासन के मुताबिक इन चार कॉलेजों में करीब 300 सीटें उपलब्ध रहेंगी। वहीं कॉलेजों की शुरूआत पांच ब्रांचों के साथ होगी। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर मप्र में आचार संहिता लागू हो चुकी है। इससे आरजीपीवी ने इसको कार्यपरिषद की बैठक में मंजूरी प्राप्त कर ली है, लेकिन प्रोजेक्ट तैयारी पर फिलहाल रोक लगा दी है। एनटीपीसी के सहयोग से खुलने वाले इन कॉलेजों के लिए विशेष प्रोजेक्ट तैयार होगा। आरजीपीवी प्रशासन के मुताबिक इन कॉलेजों को अलग बनाने पर विचार किया जाएगा। इन कॉलेजों की कमान आरजीपीवी प्रबंधन के पास ही मौजूद रहेगी। यदि एनटीपीसी डिमांड करता है तो उनके लिए भी स्पेशल कोर्स संचालित किए जा सकेंगे।

करनी पड़ेगी मशक्कत: आरजीपीवी को चार नए इंजीनियरिंग कॉलेजों को स्थापित करने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। सूत्रों के मुताबिक प्रदेश भर में करीब दो सौ इंजीनियरिंग कॉलेज हैं। इनमें करीब एक लाख सीटें हैं। वहीं भोपाल में ही करीब सौ इंजीनियरिंग कॉलेज है। इसमें वहीं कुछ इंजीनियरिंग कॉलेज अभी भी अपने आपको स्थायित्व देने की जद्दोजहद कर रहे हैं। साथ ही विद्यार्थियों का इंजीनियरिंग कोर्स के प्रति रुझान कम हो रहा है। ऐसे में आरजीपीवी एनटीपीसी की मदद से चार नए इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने जा रहा है। वहीं विद्यार्थियों को कुछ खास कोर्स परोसने पड़ेंगे। जिससे वह इन कॉलेजों की ओर आकर्षित हो सकें।

बिल्डिंग बनने के बाद इजत: आरजीपीवी की कोशिश रहेगी की यह कॉलेज अगले सत्र से शुरू हो जाएं, लेकिन इसमें एआईसीटीई का अडंगा लग सकता है। विवि को इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने के लिए एआईसीटीई से इजाजत लेनी पड़ती है। आरजीपीवी इससे पहले व्यावसायिक परीक्षा मंडल की मदद से कॉलेज खोलने वाला था, लेकिन बिल्डिंग नहीं होने के कारण एआईसीटीई ने मंजूरी नहीं दी।