चुप क्यों है कलेक्टर, खुलेआम हुआ है आचार संहिता का उल्लंघन, करो कार्रवाई

शिवपुरी। हमें चप्पे-चप्पे पर नजर रखनी है चुनाव आयोग के सख्त निर्देश है कि किसी भी सूरत में आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन ना हो इसके लिए सतत सजग और त्वरित कार्यवाही करना होगी... क्या वाकई इन निर्देशों का पालन शिवपुरी में हो रहा है, नहीं, यहां तो आचार संहिता के लागू होते ही उसका गैंगरेप हो गया।

शिवपुरी के भाजपा विधायक माखन लाल राठौर ने स्काउट गाईड के प्रशिक्षण केन्द्र भवन के उद्घाटन समारोह का भूमिपूजन कर यह कृत्य किया गया है। आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया गया है। पूरे शहर के सामने भाजपा विधायक ने आचार संहिता का गैंगरेप कर डाला। मीडिया को मर्यादाएं सिखाने वाले कलेक्टर क्या अब अपने निर्वाचन अधिकारी पद की जिम्मेदारियों को निभाएंगे।

यहां बताना होगा कि एक तरफ जिला प्रशासन के मुखिया जिला कलेक्टर कहें या मुख्य निर्वाचन अधिकारी आर.के.जैन जिन्होंने समय-समय पर ना केवल अधिकारियों बल्कि जनप्रतिनिधियों की भी बैठक लेकर चुनाव आयोग के निर्देशों को सख्ती से पालन करने की बात कही लेकिन यह बात एक कान सुनी और दूसरे कान निकली, कुछ ऐसा ही हुआ इसकी नजीर गत दिवस सामने आई जहां खुले में प्रशासन की नाक के नीचे शिवपुरी विधायक माखन लाल राठौर ने ना केवल आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन किया बल्कि एक शासकीय भवन का भूमि पूजन कर आचार संहिता की धज्जियां उड़ाई है।

भारत स्काउट गाईड के तत्वाधान में बनने वाले स्काउट प्रशिक्षण केन्द्र भवन का भूमिपूजन समारोह गत दिवस मोहनी सागर कॉलोनी में आयोजित किया गया। इसके लिए विधिवत आमंत्रण कार्ड भी छपे और उसमें शिवपुरी विधायक माखन लाल राठौर को मुख्य अतिथि के रूप में प्रकाशित भी किया गया और तय कार्यक्रम के मुताबिक विधायक ने उक्त आयोजन स्थल पर पहुंचकर चुनाव आयोग के निर्देशों को ठेंगा दिखाकर भूमिपूजन किया और शिला पट्टीका भी लगवा दी गई। आखिर अब चुनाव आयोग कहां चला गया जब सरेआम भूमिपूजन कार्यक्रम के कार्ड बंटे और अतिथि भी शिवपुरी विधायक रहे, इसके बाद ना तो चुनाव आयोग शिवपुरी ने इस ओर कोई सख्त कार्यवाही की और ना ही इस भूमिपूजन कार्यक्रम को रोका गया।

ऐसे में मुख्य निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर आर के जैन की साख को बट्टा लगाने वाला कृत्य कार्यवाही योग्य है और आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद किया गया भूमिपूजन भी इस श्रेणी में  आता है। अब देखना होगा कि जिला निर्वाचन अधिकारी इस मामले में क्या कार्यवाही करते है, हालांकि तत्समय से अभी तक कलेक्टर महोदय यही कह रहे है कि हम आदर्श आचार संहिता का सख्ती से पालन कराऐंगें लेकिन जब शुरूआत ही ऐसी हुई तो संभव है परिणाम क्या होंगें, यह तो आने वाला समय ही बताएगा, लेकिन इस तरह के कार्यों से संभावना प्रबल है कि चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से निबटें और आदर्श आचार संहिता का भी ठीक ढंग से पालन हो, इसकी संभावना भी कम ही नजर आती है।