विधानसभा चुनाव : राहुल गांधी गाईड लाईन का नहीं हो रहा पालन

शिवपुरी। राहुल गांधी की गाइडलाइन का शिवपुरी में पालन किया जाना संभव दिखाई नहीं दे रहा है। यहां जिन नेताओं के नाम टिकिट की लिस्ट में लिखे जा रहे हैं वो गांधी की गाइडलाइन के हिसाब से कतई फिट नहीं बैठते।

भोपाल प्रवास पर आए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने टिकिट पाने वाले प्रत्याशियों को साफ तौर पर निर्देशित किया था कि 10 हजार से अधिक वोटों से हारने वाले प्रत्याशी को टिकिट नहीं दिया जाएगा साथ ही पार्टी के पदाधिकारी भी चुनाव से दूर रहेगा और जो प्रत्याशी किसी अन्य दल व पार्टी के विपरीत रहकर चुनाव लड़ चुके है उन्हें भी इस बार टिकिट नहीं दिया जाएगा, लेकिन शिवपुरी अंचल में ऐसा प्रतीत होता है कि राहुल गांधी की यह गाईड लाईन महज निर्देश देकर ही रह गई हो क्योंकि अंचल की राजनीति में जिन प्रत्याशियों को टिकिट की संभावित सूची में शामिल किया गया उनमें वे सभी प्रत्याशी राहुल गांधी की गाईड लाईन के विपरीत है।

कोलारस क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रामसिंह यादव जो कि जिला पदाधिकारी है वह टिकिट लडऩे की संभावित सूची में शामिल है। पोहरी से हरिबल्लभ शुक्ला जिन्होंने महल का जमकर विरोध किया आज भी वे कांग्रेस की ओर से प्रबल दावेदार है। जिले की करैरा सीट पर तो दो-दो प्रत्याशी ऐसे है जिन्होंने ना केवल पार्टी को नुकसान पहुंचाया बल्कि वह अब पुन: टिकिट के दावेदारों में शामिल हो गए है इनमें से एक है कांग्रेस की शकुन्तला खटीक जो वर्ष 2008 में कांग्रेस छोड़ भाजशपा नगाड़े की चोट पर चुनाव मैदान में थी और इन्हें यहां से हजारों मतों से मात खानी पड़ी इसके बाबजूद भी यह टिकिट पाने की होड़ में है। 

वहीं दूसरे है दिनेश परिहार जो कि मूलत: झांसी के रहने वाले है लेकिन इस बार चुनाव करैरा से लडऩा चाहते है इसके बाद जसवंत जाटव भी है जो वर्ष 2003 में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ चुके है। इसके बाद करैरा से इस बार योगेश करारे खटीक चीकू भी है जो करैरा से उम्मीदवारी जता रहे है। इस बार करैरा की सीट कांग्रेस के लिए एडी चोटी की होना है क्योंकि यहां कांग्रेस को हर बार मुंह की खानी पड़ी है ऐसे में यदि पार्टी राहुल गांधी गाईड लाईन को देखे तो संभावितों में योगेश करारे नंबर एक पर है लेकिन संभावितों की सूची में शकुन्तला को भी सिंधिया समर्थक माना जाकर आगे बढ़ाया गया है। 

बस अगर कोई राहुल गांधी की गाईड लाईन में बचा है तो वह है वीरेन्द्र रघुवंशी शिवपुरी विधानसभा से जो महज 1700 वोटों से हारे लेकिन इन्हें भी कांग्रेस कमेटी की स्क्रीनिंग कमेटी ने नए पैंतरा देकर खामोश कर दिया कि 1 हजार से अधिक मतों से हारने वाले प्रत्याशियों को भी टिकिट मिलना मुश्किल है ऐसे में कांग्रेस पार्टी के नियम निर्देशों की बात करें तो संभावित टिकिटार्थी दूर नजर आते है लेकिन जनाधार की बात करें तो यह सभी प्रत्याशी आगे है जिसमें शिवपुरी से वीरेन्द्र रघुवंशी, कोलारस से रामसिंह यादव, करैरा से योगेश करारे चीकू, पोहरी से हरिबल्लभ शुक्ला और पिछोर से तो के.पी. सिंह कक्काजू हैं ही। अब देखना होगा कि यहां राहुल गांधी गाईड लाईन का क्या असर होगा। यह आने वाला समय बताएगा।