...और संभवत: वीरेन्द्र ही होंगें शिवपुरी से विधानसभा उम्मीदवार!

शिवपुरी। वैसे तो पूर्व से ही आंकलन लगाया जा रहा था कि शिवपुरी से पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ही कांगे्रस उम्मीदवार होंगें लेकिन गत दिवस गांधी पार्क में पोलिंग बूथ प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर वीरेन्द्र इसकी और प्रबल संभावनाऐं बना दी है।
हालांकि पूर्व में कांग्रेस कमेटी की 72 सीटों में वीरेन्द्र रघुवंशी का नाम नहीं था लेकिन यह जरूर कहा गया था कि 1 हजार से 3 हजार के बीच मतों से हारने वाले प्रत्याशी को पुन: मैदान में उतारा जा सकता है ऐसे में वीरेन्द्र की प्रबल संभावना सटीक भी होती नजर आ रही है। साथ ही पूर्व विधायक रमेश अग्रवाल और कार्यक्रम की अध्यक्षत करने वाले कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामसिंह यादव ने भी अपने शब्दों की वाणी से वीरेन्द्र को आगे करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी।

कांग्रेस ने आगामी विधानसभा चुनाव के लिए भले ही उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है, लेकिन कल शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने एक तरह से वीरेन्द्र रघुवंशी की उम्मीदवारी की घोषणा कर दी है। स्वयं वीरेन्द्र रघुवंशी ने भी कार्यकर्ताओं से आशीर्वाद मांग लिया। इससे उन दावेदारों की नींद उड़ा दी है जो टिकट प्राप्त करने का सपना देख रहे थे। टिकट के एक दावेदार अजय गुप्ता का कहना है कि क्या इस तरह की रणनीति सिंधिया पर दवाब बनाने का प्रयास है। उनके अनुसार जब अभी प्रत्याशी की घोषणा हुई नहीं है तो कैसे कहा जा सकता है कि श्री रघुवंशी कांग्रेस के उम्मीदवार हैं।

कार्यकर्ता सम्मेलन में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी की प्रशंसा करते हुए कहा कि वह ईमानदार और जुझारू राजनेता हैं। उन्होंने हमेशा जनहित की लड़ाईयां लड़ीं हैं। श्री यादव ने कहा कि वीरेन्द्र रघुवंशी इस बार शिवपुरी से चुनाव लड़ेंगे। जब इस बारे में श्री यादव से पूछा गया तो उनका कहना था कि श्री रघुवंशी के चुनाव लडऩे की अधिकतम संभावना है। उनसे अच्छा प्रत्याशी शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र में कोई दूसरा नहीं हैं और मैंने गलत क्या कहा है? कार्यकर्ता सम्मेलन में पूर्व विधायक वीरेन्द्र रघुवंशी ने कार्यकर्ताओं से विधानसभा चुनाव के लिए आशीर्वाद मांगा। इसका अर्थ साफ है कि टिकट मिलने के प्रति वह निश्ंिचत हैं और इसी उद्देश्य से पोलिंग बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन को सफल बनाने के लिए उन्होंने पूरी ऊर्जा लगाई, लेकिन सम्मेलन में ग्रामीण क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का बाहुल्य रहा।

सुरवाया सेेक्टर से लेकर खोड़ सेक्टर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपस्थित थे, लेकिन रघुवंशी विरोधियों का तर्क है कि सम्मेलन में शहरी कार्यकर्ताओं की संख्या काफी कम रही और शिवपुरी शहर वीरेन्द्र रघुवंशी के लिए दुखती रग है। पिछले विधानसभा चुनाव में शहरी क्षेत्र में वह भाजपा प्रत्याशी माखनलाल राठौर से दस हजार से अधिक मतों से पीछे रहे थे। यह बात अलग है कि उस चुनाव में भी ग्रामीण क्षेत्र ने उनकी ईज्जत बचाई थी और वह महज 1700 मतों से ही पराजित हुए थे। श्री रघुवंशी विरोधियों का यह भी तर्क है कि कार्यकर्ता सम्मेलन में मुस्लिमों की संख्या कम थी, लेकिन इसके बावजूद भी यह तो साफ दिखा कि पोलिंग बूथ कार्यकर्ता सम्मेलन में वीरेन्द्र रघुवंशी ने अपनी ताकत का प्रदर्शन जोरदार किया और यह संदेश देने में भी वह सफल रहे कि शिवपुरी विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में वह चुनाव मैदान में उतरेंगे।

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