उत्सव हत्याकाण्ड में आधा दर्जन गिरफ्तार, एसपी ने कहा कोई भी नहीं बख्शा जाएगा

शिवपुरी। जब भी कोई बड़ी घटना जनमानस पर अपना प्रभाव छोड़ती है तो नि:संदेह उसके भयावह परिणाम भी सामने आते है। ऐसा ही  मामला था शिवपुरी में अपहृत उत्सव गोयल हत्याकाण्ड का जिसके चलते जनाक्रोश भड़का और पूरे प्रदेश में उत्सव हत्याकाण्ड की खबर आग की तरह फैल गई।

घटना को बीते लगभग पांच माह होने को है और अब तक इस मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है जबकि शेष 7 नामजद आरोपी फरार बताए गए है तो वहीं दूसरी ओर इस घटना में 400 से 500 की सं या में लोगों ने सड़कों पर उत्पात मचाया। बताया गया है कि अब इनमें से पुलिस चुन-चुन कर आरोपी बनाकर उन्हें जेल में डालने का काम कर रही है।

इस मामले में पुलिस अधीक्षक  डॉ.महेन्द्र सिंह सिकरवार ने भी साफ कह दिया है कि आरोपी कोई भी और कितने भी हो सब पकड़े जाऐंगें किसी को ब शा नहीं जाएगा।

अब देखना होगा कि एसपी का यह फरमान क्या असर करता है क्योंकि घटना को बीते काफी समय बीत चुका है और इसमें पुलिस ने केवल 11 लोगों को नामजद किया है ऐसे में अन्य आरोपियों की गिर तारी कैसे होगी यह भी पुलिस ही तय करेगी। अभी पुलिस ने जो  गिर तारीयां की है उनमें संत कुमार शर्मा, बंटी जैन, काली गोयल और नरेश राठौर शामिल है जबकि शेष आरोपी फरार बने हुए हैं। इनमें से अधिकांश राजनैतिक दलों से संबंधित हैं। इस कारण पुलिस पर आरोप लग रहे हैं कि राजनैतिक संरक्षण के चलते वह आरोपियों की गिर तारी नहीं कर पा रही है। वहीं दूसरी ओर यह बात भी सामने आई है कि पुलिस ने व्यक्तिगत खुंदस के चलते अनेक लोगों को झूठा आरोपी बना दिया है। आरोपी बनाने के लिए वीडियो फुटेज का सहारा लिया गया है और वीडियो फुटेज में जो दिख रहे हैं उन्हें आरोपी बना दिया गया है, लेकिन सवाल यह है कि क्या घटना स्थल पर मौजूदगी होना अपराधी होने के लिए पर्यापत है।

विदित हो कि बीते 2 मार्च को अपहृत हुआ स्कूली छात्र उत्सव गोयल की दो दिन बाद 4 मार्च को अमोला तालाब के पास लाश मिलने का समाचार शिवपुरी शहर में जैसे ही फैला तो वहां हिंसा, आगजनी और तोडफ़ोड़ सहित पुलिस प्रशासन के खिलाफ लोगों का जमकर आक्रोश फूटा और इस उपद्रव में लोगों ने कोतवाली सहित एसडीओपी के वाहन और चीता गाडिय़ों को भी आग के हवाले कर दिया था और शहर के एटीएमों की भी तोडफ़ोड़ की गई थी और उपद्रवियों ने माधव चौक चौराहे पर लगी कै. माधौ महाराज की प्रतिमा को तोड़कर आग के हवाले कर दिया था और यह पूरा मामला विधानसभा में भी जमकर गूंजा था और इस उपद्रव में शामिल 11 नामजद आरोपियों पर अलग-अलग जगहों पर उपद्रव करने का मामला भी दर्ज किया है। इस मामले में 400 से 500 अज्ञात आरोपी भी बनाए गए।

यहां बताना लाजमी होगा कि 2 मार्च को 11 वर्षीय छात्र उत्सव का अपहरण अपने घर से विवेकानंद कॉलोनी क्षेत्र में ट्यूशन पढऩे के  दौरान स्कूल वैन के चालक अकील ने अपहरण कर लिया और पांच लाख रूपये की फिरौती की मांग की गई, लेकिन अपहरण के दो दिन बाद जब यह पूरा घटनाक्रम समाचार पत्रों में प्रकाशित हुआ तो आरोपियों ने घबराकर छात्र उत्सव की निर्ममता से हत्या कर दी। इसके बाद पूरे शहर में शांति भंग हो गई और लोगों का पुलिस के खिलाफ गुस्सा फूट पड़ा।

माधौ महाराज की मूर्ति भी नहीं लगी

शहर में हुए उत्सव हत्याकाण्ड के दौरान उपद्रव में माधव चौक चौराहे पर लगी वर्षों पुरानी कै. माधौ महाराज की मूर्ति को उपद्रवियों ने तोड़कर आग के हवाले कर दिया। लेकिन बाद में कलेक्टर आरके जैन ने मूर्ति बरामदगी की बात को स्वीकारा और नगरपालिका अध्यक्ष रिशिका अष्ठाना सहित अन्य नेताओं ने शीघ्र ही मूर्ति यथा स्थान पर लगाने की घोषणा भी की, लेकिन यह मूर्ति आज तक अपने स्थान पर नहीं लग सकी है।

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