रावत समाज के जाति प्रमाण पत्र ना होने से नहीं दिया जा रहा कॉलेज में प्रवेश

शिवपुरी-आखिरकार बीते छ: माह से जाति प्रमाण पत्र के लिए भटक रहे रावत समाज के छात्र-छात्राओं की सुध अखिल भारतीय छात्र संगठन(एनएसयूआई) ने ले ही ली। जब इस संबंध में एनएसयूआई को शिकायत मिली कि कई छात्र-छात्राओं को कॉलेज में इसलिए प्रवेश नहीं दिया जा रहा क्योंकि उनके पास रावत समाज का जाति प्रमाण पत्र नहीं है।
जिस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अरविन्द रावत व उपाध्यक्ष पुनीत शर्मा ने संयुक्त रूप से छात्रों की समस्या को कॉलेज प्रबंधन के समक्ष रखा और इन्हें प्रवेश दिलाने की मांग की। जिस पर महाविद्यालय प्रबंधन ने ऊपर से आए आदेशों का हवाला देते हुए जाति प्रमाण पत्र मांगें और ना देने पर इन्हें प्रवेश देने से रोका। 

हालांकि कॉलेज प्रबंधन ने ऐसे में एक और स्थिति बनाई है कि रावत समाज का जाति प्रमाण पत्र ना होने पर भी छात्र-छात्राओं को सामान्य जाति में प्रवेश दिया जा सकेगा लेकिन इन छात्रों को छात्रवृत्ति की सुविधा से वंचित रखा जाएगा। इसका विरोध एनएसयूआई ने किया और कलेक्टर से मिलकर इस समस्या का निराकरण कराया जाएगा।

एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष अरविन्द रावत व उपाध्यक्ष पुनीत शर्मा ने ऑन लाईन कॉलेज में प्रवेश से वंचित छात्रों के हितों का ध्यान रखते हुए रावत समाज के जाति प्रमाण पत्र ना बनाए जाने पर विरोध दर्ज कराया। इस संबंध में एनएसयूआई को कई छात्रों ने अपनी समस्या से अवगत कराया और जब शासकीय कॉलेजों के प्रबंधन से इस बारे में चर्चा की गई तो उनका साफ कहना था कि ऊपर से आदेश आए है। 

ऐसे में इन छात्रों को प्रवेश सामान्य जाति के आधार पर दिया जा रहा है जबकि इन्हें छात्रवृत्ति की योजना से वंचित रखा गया है। तहसीलदार शिवपुरी ने भी इस मामले में साफ कह दिया कि रावत समाज को छोड़ सभी जातियों के जाति प्रमाण पत्र बनाए जा रहे है आखिर ऐसा क्यों, इस पर एनएसयूआई का दल मंगलवार को कलेक्टर से मिलेगा और इस समस्या के निदान पर चर्चा होगी साथ ही जनसुनवाई के द्वारा भी कलेक्टर को इस मामले की शिकायत की जाएगी।