केशव कॉलेज कांड की सुनवाई के लिए महिला आयोग पहुंचा शिवपुरी

शिवपुरी-बीती 2 मार्च की सुबह ग्वालियर वायपास पर केशव महाविद्यालय से संबंधित श्रीमती सुषमा पाण्डे और सुरेन्द्र शर्मा गुड्डा के बीच हुए विवाद की सुनवाई राज्य महिला आयोग की बैंच ने गुरूवार को शिवपुरी प्रवास के दौरान की। इस मौके पर राज्य महिला आयोग की सदस्या श्रीमती शशि सिन्हा एवं श्रीमती स्नेहलता भदौरिया ने स्थानीय विश्राम गृह पर इस मामले की सुनवाई की।

महिला आयोग को अपनी व्यथा सुनाते हुए श्रीमती सुषमा पाण्डे ने बताया कि जिसे हमने फर्श से उठाकर अर्स पर बिठाया वहीं हमारी जान का दुश्मन बन गया, सुरेन्द्र शर्मा जो कि पहले कुछ भी नहीं थी लेकिन हमसे मिलने के बाद हमने इसे घर-परिवार का सदस्य माना और तन-मन-धन से सहयोग प्रदान कर इसे एक अच्छा नागरिक बनाया लेकिन इसने जिस थाली में खाया उसी में छेद किया। केशव महाविद्यालय जो कि हमारी संस्था का है और इस संस्था में कार्यकारी भागीदार के रूप में सुरेन्द्र शर्मा का नाम कभी रहा था जिसके कारण इन्होनें जबर्दस्ती ढंग से कॉलेज पर विवाद करना शुरू कर दिया और कई बार तो अपने परिवार के साथ घर आकर हमें डराया धमकाया लेकिन जब हमने इसे समझाने का प्रयास किया तो सुरेन्द्र आए दिन कहीं कॉलेज में उत्पात मचाता तो कभी कॉलेज आने वाले छात्र-छात्राओं को डरा धमकाकर भगा देता, ऐसा करने से भी रोका लेकिन हद तो तब हो गई जब सुरेन्द्र ने अपने साथियों के साथ कॉलेज में भागीदारी ना करने पर हमारे गार्डों से मारपीट की व कई बार हमें भी जान से मारने की धमकियां दी। 

ग्वालियर वायपास पर हुए विवाद में भी सुरेन्द्र शर्मा का ही हाथ है जिन्होंने हवाई फायरिंग करते हुए हमें डराया धमकाया यही कारण है कि इनकी धमकियों के कारण हमारा परिवार व मेरा पुत्र गोलू इनके भय के कारण घर से नहीं निकल पा रहा है हमारा इकलौता पुत्र होने के कारण हमारी चिंताऐं बढ़ जाती है ऐसे में पुलिस ने भी इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं की और कई शिकायत करने के बाद आज भी सुरेन्द्र शर्मा अपने साथियों के साथ कई तरह की योजनाऐं बनाता रहता है। वहीं दूसरी ओर सुरेन्द्र शर्मा अपनी पत्नि अनुपमा शर्मा के साथ महिला आयोग के समक्ष स्वांग रचता नजर आया जिसमें उसकी पत्नि अनुपमा ने महिला आयोग के समक्ष नाटक-नौटंकी करते हुए पाण्डे परिवार के खिलाफ अपने बयान दिए जो कि सर्वथा गलत है बैंच के सामने अनुपमा ने कई तरह के आरोप पाण्डे परिवार पर लगाए जो कि निराधार है जबकि यह स्वयं गलती में है हालांकि इस मामले की सुनवाई राज्य महिला आयोग को करनी है और इस सुनवाई के बाद श्रीमती सुषमा पाण्डे ने इस मामले में निष्पक्ष जांच करते हुए दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की मांग की है और श्रीमती पाण्डे को विश्वास है कि उन्हें न्याय जरूर मिलेगा। 

सर्किट हाउ पर इस पूरे परिवार ने षडयंत्र पूर्वक मनगढ़ंत कहानियां सुनाकर महिला आयोग को गुमराह किया है जबकि इस पूरे प्रकरण में सुरेन्द्र शर्मा की पत्नि अनुपमा का कोई लेना देना ही नहीं है उसके बाद  भी अनुपमा ने अपने परिवार के साथ मिलकर महिला आयोग के समक्ष मनगढ़ंत आरोप लगाए। वहीं महिला आयोग के समक्ष भी सुरेन्द्र शर्मा अपनी पत्नि को योजनाबद्ध तरीके से बोलने के लिए भी प्रेरित करते नजर आए जिस पर कई बार तो महिला आयोग ने सुरेन्द्र को फटकार भी लगाई।

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