बैंक प्रबंधन और पुलिस की लचर कार्यप्रणाली उजागर

शिवपुरी। आज के आधुनिक युग में विभिन्न संसाधनों और तकनीकि पूर्ण सुविधाऐं होने के बाद भी यदि पुलिस और बैंक प्रबंधन अपनी लचर कार्यप्रणाली को नहीं सुधार पा रहे है तो इसके लिए इन सुविधाओं की आवश्यकता ही क्यों थी? यह सवाल अभी हर आमजन के मन को कचोट रहा है। हम बात कर रहे है बीती 29 मई को लक्ष्मीनिवास के समीप एटीएम से निकाल रहे एक प्रेस फोटोग्राफर  बृजे दुबे की, जिनका एटीएम कार्ड बड़ी ही चतुराई से उनके पीछे खड़े एक शातिर बदमाश ने बदल दिया। 

यह तो हुआ सो हुआ लेकिन अब बदले हुए एटीएम कार्ड का उपयोग उसी दिन और उसके अगले दिन युवक ने इस प्रकार से किया कि 70 हजार रूपये की राशि प्रेस फोटोग्राफ के खाते से निकाल गई इसकी जानकारी सुबह होने पर प्रेस फोटोग्राफर को मिली। जिस पर तुरंत पुलिस व बैंक प्रबंधन को शिकायत की लेकिन आज घटना के तीन बाद भी आरोपी बेसुराग बना हुआ है जबकि एटीएम मशीन में सीसीटीवी फुटेज भी है और बैंक प्रबंधन व पुलिस को यह भी पता चल गया है कि युवक ने किस एटीएम व किस क्षेत्र से यह राशि आहरित की। ऐसे में तमाम आधुनिक व तकनीकि सुविधाऐं होने के बाद भी आरोपी बेसुराग होना पुलिस व बैंक प्रबंधन की सुरक्षा प्रणाली पर सवालिया निशान लगता है कि अब तक  आरोपी युवक एटीएम का धड़ल्ले से उपयोग कर पता नहीं और कितने लोगों की राशि निकालकर स्वयं के स्वार्थ पूरे कर रहा है। 

ऐसे में पुलिस व बैंक प्रबंधन द्वारा कोई ठोस कार्यवाही ना करने से आमजनता में भी पुलिस व बैंक की कार्यप्रणाली के प्रति रोष व्याप्त है और उन्हें भी यह डर सताने लगा है कि एक प्रेस फोटोग्राफर के एटीएम का गलत दुरूपयोग सरेआम किया जा रहा है तो आमजन की ऐसे में क्या सुनवाई व हालत होगी। इसका अंदाजा स्वत: ही लगाया जा सकता है। अभी तक बैंक व पुलिस को इस मामले में किसी प्रकार की कोई सफलता हाथ नहीं लगी। हालांकि अभी प्रेस फोटोग्राफर का एकाउण्ट जरूर बंद कर दिया गया होगा लेकिन वह शातिर युवक पता नहीं और कितने लोगों के साथ इस प्रकार की धोखाधड़ी व उनके एटीएम का गलत प्रयोग कर राशि निकाल रहा होगा। जो कि अब महत्वपूर्ण जांच का विषय है और आरोपी का पकड़ा सख्त जरूरी है। 

यह है मामला 

यहां बता दें कि एटीएम से पैसे निकालना जितना आसान है उतने ही संकट में आप तब फंस सकते हैं जब सावधानी न बरती जाए। इसी तरह की धोखाधड़ी का शिकार एक प्रेस फोटोग्राफर बृज दुबे हुए। उन्होंने लक्ष्मीनिवास के पास स्थित एसबीआई के एटीएम से 10 हजार रूपये तो निकाल लिए, लेकिन असावधानीवश पास खड़े व्यक्ति से अपना कोड छिपा न पाए और बड़ी कलाकारी से उक्त व्यक्ति ने उनका एटीएम बदल दिया फिर उज्जैन से उनके खाते में से 70 हजार रूपये साफ कर दिए। पैसे निकाले जाने का संदेश जब श्री दुबे को मोबाइल से आया तो उनके होश उड़ गए। अब वह भटकते घूम रहे हैं। इस मामले में अभी तक न तो पुलिस ने कोई कार्रवाई की और न ही बैंक प्रबंधन द्वारा इस मामले में कोई ठोस कदम उठाए गए ताकि आरोपी का खुलासा हो और वह पकड़ा जा सके। 

प्रेस फोटोग्राफर बृज दुबे तीन दिन पहले सुबह 11:36 बजे न्यूब्लॉक लक्ष्मी निवास के पास स्थित एसबीआई के एटीएम में रूपये निकालने गये तभी वहां मौजूद एक अज्ञात युवक ने एटीएम से 10 हजार रूपये मशीन में वापस लौट जाने की बात श्री दुबे को कही। इसी हड़बड़ी में श्री दुबे ने उसे अपना एटीएम कार्ड थमा दिया। जिसे बदलकर उक्त व्यक्ति ने श्री दुबे को दे दिया। उनके एटीएम कार्ड से 28 मई की रात 11:26 बजे 20 हजार रूपये और 11:27 बजे 10 हजार रूपये पाटनी बाजार उज्जैन से निकाल लिये। इसके बाद 29 मई को 12.10 पर 20 हजार रूपये और 12.11 मिनट पर 20 हजार रूपये महाकाल मंदिर के पास निकाल लिये।